फिनलैंड की सीमा से लगे करेलिया क्षेत्र में एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान रूस का सुखोई-30 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई. रूस के रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है. हाल के दिनों में रूस के कई सैन्य विमान दुर्घटना के शिकार हुए हैं, और इस ताजा मामले के साथ यह सिलसिला जारी है.
रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह विमान दुर्घटना गुरुवार शाम लगभग 7 बजे (मास्को समयानुसार) हुई. मंत्रालय ने कहा कि विमान एक वीरान इलाके में गिरा और उस समय उसमें कोई गोला-बारूद नहीं था. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से लिखा, 'आज शाम लगभग 7 बजे के करीब करेलिया में एक Su-30 लड़ाकू विमान निर्धारित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान निर्जन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ और बिना गोला-बारूद के उड़ान भर रहा था. इस दुर्घटना में विमान में सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई.'
इस दुर्घटना की जांच के लिए आयोग का गठन
करेलिया के गवर्नर आर्टूर परफेन्चिकोव के अनुसार, इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमों को तुरंत प्रियोनेज़्स्की जिले में दुर्घटनास्थल पर भेज दिया गया. परफेन्चिकोव ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा, 'मुझे प्रियोनेज़्स्की जिले में एक सैन्य विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली है. मैंने करेलिया की आपातकालीन सेवाओं को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है.' बाद में, कलेरिया के गवर्नर ने पुष्टि की कि दुर्घटना में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, 'विमान घने जंगल में गिरा, और जमीन पर कोई हताहत या क्षति नहीं हुई.'
रूस ने अभी तक दुर्घटना के कारण का खुलासा नहीं किया है. हालांकि, एविएशन ऑफिसर्स ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है कि क्या विमान में कोई तकनीकी खराबी आई थी या पायलट की गलती इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार थी? रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना की जांच और विमान के मलबे से जरूरी सबूत एकत्र करने के लिए एक विशेष आयोग का गठन किया गया है.
Su-30 रूस के विमान बेड़े का है अहम हिस्सा
बता दें कि Su-30 दो इंजन और दो सीट वाला मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, जो हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों मिशनों के लिए इस्तेमाल होता है. यह रूस के उन्नत विमान बेड़े का प्रमुख हिस्सा है. रशियन एयर फोर्स ने यूक्रेन में चल रहे सैन्य अभियानों में भारी संख्या में इस विमान की तैनाती की है. इस साल जुलाई में,निज़नी नोवगोरोद क्षेत्र में इसी तरह के प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एक Su-34 लड़ाकू-बमवर्षक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. यूक्रेन के जनरल स्टाफ के अनुसार, फरवरी 2022 में अपने पूर्ण पैमाने पर आक्रमण की शुरुआत के बाद से रूस ने 428 विमान खोए हैं. हालांकि इस आंकड़े की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई है, कई स्वतंत्र सैन्य विश्लेषकों का अनुमान है कि इनमें से 15 Su-30SM विमान शामिल हो सकते हैं.