पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा इलाके में बीते सोमवार को BJP सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी विधायक शंकर घोष पर पत्थरबाजी की गई थी. घायल सांसद फिलहाल सिलीगुड़ी के अस्पताल में भर्ती हैं, उन्होंने बताया कि हमला पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था. हमलावर TMC कार्यकर्ता थे.
अपनी बाईं आंख के नीचे फ्रैक्चर के बावजूद अस्पताल के बिस्तर से आजतक से बात करते हुए खगेन मुर्मू ने कहा कि हमलावरों ने उनसे खुलेआम कहा कि भाजपा नेताओं को इलाके में आने की अनुमति नहीं मिलेगी और उनका इरादा उन्हें मारने का था. उन्होंने कहा कि मैं अभी ज़्यादा बोलने की हालत में नहीं हूं, डॉक्टरों ने मुझे सलाह दी है कि मैं कम से कम बात करूं और मिलने के लिए आने वाले लोगों से इशारों में ही बात करूं.
खगेन मुर्मू ने बताया कि हमलावर चिल्ला रहे थे कि हम TMC के कार्यकर्ता हैं और ये हमारा इलाका है. तुम भाजपा वाले यहां क्यों आए हो? हम तुम सबको मार डालेंगे. सांसद ने कहा कि हमला तब हुआ जब वे और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष नाव का इंतज़ार कर नदी पार करने के लिए कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह पूरा मसलन पहले से योजनाबद्ध था.
बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्होंने हम पर हमला किया और हमें वहां से जाने को कहा. उन्होंने हमारी कार का शीशा तोड़ा और पत्थर फेंकने लगे. मेरे चेहरे पर चोटें आईं और मैं गंभीर रूप से घायल हुआ. हैरानी की बात ये है कि पुलिस वहां मौजूद थी, लेकिन उसने कुछ नहीं किया.
खगेन मुर्मू ने कहा कि हम किसी तरह भाग निकले और अपनी जान बचाई. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अस्पताल दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि जब वह मुझसे मिलने आईं, तो उन्होंने आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में कुछ नहीं बताया.
बता दें कि हमला सोमवार को हुआ था, जब खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष उत्तर बंगाल में बाढ़ प्रभावित समुदायों की मदद कर रहे थे. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने किया था. घटना के बाद पुलिस ने हमले के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे बेहद भयावह बताया और कहा कि ये पश्चिम बंगाल में दयनीय कानून-व्यवस्था का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हमारे पार्टी सहयोगियों, जिनमें एक सांसद और विधायक भी शामिल हैं, पर जिस तरह हमला किया गया, वह टीएमसी की असंवेदनशीलता और राज्य में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को दर्शाता है. उन्होंने राज्य सरकार से हिंसा की बजाय राहत कार्यों पर ध्यान देने का आग्रह किया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक निजी अस्पताल में खगेन मुर्मू से मुलाकात की, चिकित्सा दल से बातचीत की और सभी आवश्यक सरकारी सहायता का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि मुझे सारी जानकारी मिल गई है. उनका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ है और इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है. मैंने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है.