28 October 2025
Photo: Pexels
दिल्ली-NCR में हवा इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए आर्टिफिशियल रेन (कृत्रिम बारिश) की तैयारी चल रही है.
Photo: Pexels
आर्टिफिशियल रेन में कुछ केमिकल का इस्तेमाल होता है. ऐसे में ये जानना जरूरी कि क्या इस बारिश में भीगने पर हमें नुकसान भी पहुंच सकता है.
Photo: Pexels
क्लाउड सीडिंग तकनीक से कृत्रिम बारिश कराई जाती है. इस क्लाउड सीडिंग के लिए सिल्वर आयोडाइड का इस्तेमाल किया जाता है.
Photo: Pexels
सिल्वर आयोडाइड चांदी और आयोडीन से बना एक रासायनिक यौगिक है. इसका इस्तेमाल कृषि कीटनाशकों और दवाइयों में एंटीसेप्टिक के तौर पर होता है.
Photo: Pexels
सिल्वर आयोडाइड बादलों को कंडेंश्ड करने का काम करता है, ताकि बारिश वाले बादल बन सके.
Photo: Pexels
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आर्टिफिशियल बारिश में इस्तेमाल होने वाला सिल्वर आयोडाइड का इंसानों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.
Photo: Pexels
IIT कानपुर के डायरेक्टर और क्लाउड सीडिंग विशेषज्ञ महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है.
Photo: Pexels
उन्होंने कहा कि अगर कोई इस बारिश के पानी के संपर्क में आ भी जाता है तो उसे कोई नुकसान नहीं होगा.
Photo: Pexels
महेंद्र अग्रवाल के अनुसार क्लाउड सीडिंग में सिल्वर आयोडाइड की काफी सीमित मात्रा का इस्तेमाल होता है.
Photo: Pexels
यही वजह है कि आर्टिफिशियल रेन के दौरान भीग जाने पर भी इससे शरीर पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है.
Photo: Pexels