07 Sep 2025
Photo: AP
साल 2025 का आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने जा रहा है. आज लगने वाला यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं...
Photo:Pexel
विज्ञान इन सभी मिथकों को सिरे से खारिज करता है. वैज्ञानिक दृष्टि से यह केवल एक खगोलीय घटना है. लेकिन इसका किसी इंसान की जिंदगी या धरती पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
Photo: AP
सोशल मीडिया पर यह भ्रांति फैली है कि चंद्रग्रहण के बाद नहाना जरूरी है. माना जाता है कि इसकी छाया से शरीर और वातावरण पर बुरा असर पड़ता है...
Photo:Pexel
इसलिए विश्वास किया जाता है कि ग्रहण खत्म होते ही स्नान करने से यह असर खत्म हो जाता है और इंसान फिर से शुद्ध हो जाता है.
Photo:Pexel
साइंस का कहना है कि यह सिर्फ आस्था है, वैज्ञानिक रूप से ग्रहण का शरीर या वातावरण पर कोई असर नहीं होता.ता.
Photo:Pexel
ग्रहण के बाद स्नान को हाइजीन प्रैक्टिस माना जा सकता है, जिससे शरीर तरोताजा हो और संक्रमण का खतरा घटे, लेकिन यह मानना कि चंद्रग्रहण में संक्रमण बढ़ जाता है, सही नहीं है.
Photo:Pexel
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने से होती है, लेकिन इस दौरान बैक्टीरिया बढ़ने या वायरस पनपने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
Photo:Pexel
ग्रहण के बाद स्नान को हाइजीन प्रैक्टिस माना जा सकता है, जिससे शरीर तरोताजा हो और संक्रमण का खतरा घटे, लेकिन यह मानना कि चंद्रग्रहण में संक्रमण बढ़ जाता है, सही नहीं है.
Photo:Pexel
इसलिए चंद्रग्रहण के दौरान या उसके बाद नहाना आपकी व्यक्तिगत पसंद हो सकती है, लेकिन विज्ञान इसके कोई खास फायदे नहीं मानता.
Photo:Pexel