31 Aug 2025
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इंडियन साइबरक्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने eSIM मोबाइल फ्रॉड को लेकर वॉर्निंग जारी की है. इस तरह के स्कैम कई लोगों को टार्गेट कर रहे हैं.
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I4C की शुरुआत सरकार ने 2020 में की थी. ये एजेंसी आम लोगों को साइबर क्राइम के खतरों की जानकारी देती है.
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I4C ने eSIM स्कैम को लेकर वॉर्निंग जारी की है. एजेंसी ने बताया कि ATM और UPI फीचर्स डिसेबल होने के बाद भी एक यूजर के अकाउंट से 4 लाख रुपये निकाल लिए गए.
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इस स्कैम में हैकर्स ने यूजर के फोन को टार्गेट किया, जिससे यूजर्स के फोन पर आने वाले OTP का एक्सेस हैकर्स को मिल जाता है.
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I4C की मानें, तो स्कैमर्स पहले पीड़ित को कॉल करते हैं और eSIM एक्टिवेशन का लिंक भेजते हैं. इस लिंक पर क्लिक करने पर आप स्कैमर के जाल में फंस जाते हैं.
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ये लिंक फिजिकल सिम को eSIM में कन्वर्ट करने के लिए होता है. जैसे ही आप इस लिंक को एक्सेप्ट करते हैं, आपका फिजिकल सिम काम करना बंद कर देता है.
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इसके बाद से यूजर के नंबर पर आने वाले OTP और कॉल्स स्कैमर के पास आएंगे. स्कैमर्स इस तरह से आपके बैंक अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं.
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I4C ने इससे बचने के लिए कुछ टिप्स भी जारी किए हैं. किसी भी अनजान नंबर से आने वाले लिंक पर आपको क्लिक नहीं करना चाहिए.
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अगर कभी आपके साथ ऐसा हो जाए, तो आपको तुरंत संबंधित बैंक और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को इसकी जानकारी देनी होगी.
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