28 AUG 2025
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगड़ के बेटे आर्यन बांगड़ ने अब खुद को अनाया बांगड़ के रूप में पहचान दी है.
Photo:instagram/@anayabangar
साल 2023 में उन्होंने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) करवाई थी. अनाया ने अब एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें बताई हैं.
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अनाया क्रिकेटर रह चुकी हैं और जूनियर लेवल पर कई तरह के टूर्नामेंट खेल चुकी हैं.
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अनाया ने SheThePeople को दिए गए इंटरव्यू में अपनी सेक्सुअलिटी से जुड़े तमाम मुद्दों पर बात की.
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उन्होंने इस इंटरव्यू में कहा- जब मैं 8 साल की थी, मुझे लगता था कि जिस शरीर में मैं रहती हूं, वो मेरा नहीं है.
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आईने में खुद को देखकर सोचती थी कि मैं लड़की हूं. मैं चुपके से मां के कपड़े पहनती और खुद से कहती, मैं वही बनना चाहती हूं, जो असल में मैं हूं.
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अनाया ने कहा- क्रिकेट मेरा पहला प्यार था. 3 साल की उम्र से खेलना शुरू किया...
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...फिर मुंबई U-16, U-19 (कूच बिहार ट्रॉफी), इस्लाम जिमखाना और यूके के क्लब तक खेला. लेकिन मैदान पर भी लगता था कि मैं अपने सच को छुपा रही हूं.
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2023 में मैंने हॉर्मोन थेरेपी शुरू की. ट्रीटमेंट से शरीर बदलने लगा और पहली बार लगा कि मैं अपने असली रूप के करीब हूं.
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यह सफर आसान नहीं था. तकलीफ, खर्चा और अकेलापन सब झेलना पड़ा. पैसे बचाने के लिए कभी ड्रेसिंग रूम में सोई, तो कभी दोस्तों के कमरे में एयर मैट्रेस पर.
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माता-पिता ने दवाओं में मदद की, लेकिन बाकी सब मुझे अकेले करना पड़ा. अनाया ने कहा सबसे बड़ा दुख था क्रिकेट छोड़ना...
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अनाया ने इस इंटरव्यू में आगे कहा- मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से मेडिकल रिपोर्ट देने के बावजूद कि मेरी ताकत और हॉर्मोन किसी महिला जैसे ही हैं.
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BCCI ने खेलने की इजाजत नहीं दी. ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में ट्रांस महिलाएं खेल सकती हैं.
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यूके में भी मुश्किलें कम नहीं थीं. ताने, नफरत और अजीब निगाहों का सामना करना पड़ा. भारत लौटने पर भी हालात आसान नहीं रहे.
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कई क्रिकेटर दोस्त अब बात नहीं करते. कभी-कभी यह सब इतना तकलीफदेह था कि मैंने जिंदगी खत्म करने का भी सोचा. लेकिन मैं रुकी नहीं.
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अनाया ने इस इंटरव्यू में कहा आज भले ही क्रिकेट खो दिया, लेकिन मैंने खुद को पा लिया है. और पहली बार, मैं सच में जिंदा महसूस करती हूं.
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