18 June 2025
Aajtak.in
29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था. अब साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर दिन रविवार को लगने वाला है.
यह एक खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में नहीं दिखेगा. आइए इस सूर्य ग्रहण का समय और इसमें सूतक काल के मायने समझते हैं.
21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण रात करीब 11 बजे से लेकर देर रात 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगा. ग्रहण की अवधि 4 घंटे की होगी.
सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.
सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत-अटलांटिक महासागर आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा.
1. सूर्य ग्रहण में विशेष रूप से ईष्ट देव का मंत्र जाप करना चाहिए. इस दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी उत्तम माना जाता है.
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2. ग्रहण काल में काटना, सिलना, बुनना या नुकीली चीजों का इस्तेमाल वर्जित माना गया है.
3. सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार चल रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.