12 Sep 2025
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हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिदा तिथि से शारदीय नवरात्र शुरू हो जाते हैं. इस साल शारदीय नवरात्र 22 सितंबर 2025 से 1 अक्टूबर 2025 तक रहेंगे.
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नवरात्र शुरू होने से पहले घर की अच्छी तरह साफ-सफाई की जाती है और देवी के स्वागत से पहले ही घर से कुछ चीजों को घर से बाहर कर दिया जाता है.
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अक्सर लोग देवी-देवताओं की खंडित मूर्ति घर में रख लेते हैं. वास्तु के अनुसार, खंडित मूर्तियां दुर्भाग्य का कारण बनती हैं. इन्हें जल में प्रवाहित कर देना चाहिए.
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नवरात्रि में घर का वातावरण शुद्ध होना बेहद जरूरी है. इसलिए इसके शुरू होने से पहले रसोई से प्याज, लहसुन, अंडा, मांस, मदिरा को बाहर कर देना चाहिए.
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नवरात्रि से पहले घर से फटे-पुराने कपड़े और जूते-चप्पलों को घर से बाहर निकाल दें. घर में इस तरह की चीजें नकारात्मकता बढ़ाती हैं.
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वास्तु में कहा गया है कि बंद घड़ी दुर्भाग्य का सूचक है. ऐसे में नवरात्रि में मां के आगमन से पहले बंद या खराब घड़ी को भी बाहर निकाल देना चाहिए.
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साफ-सफाई के दौरान घर के कोनों में लगे जालों को अच्छे से साफ करना चाहिए. घर में लगे जाले दरिद्रता और अशुभ संचार का प्रतीक होते हैं.
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देवी के शुभ आमगन पर लोगों को मुख्य द्वार पर वंदनवार, रंगोली, दीपक और फूलों का प्रबंध रखना चाहिए. ताकि देवी आपके घर में विराजमान हो सकें.
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