17 Sep 2025
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हिंदू धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व है. साल में नवरात्र 4 बार पड़ते हैं, जिसमें 2 गुप्त नवरात्र होते हैं और बाकी दो नवरात्र चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र.
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शारदीय नवरात्र आश्विन माह में पड़ते हैं. हिंदू धर्म में इन नवरात्र को विशेष माना जाता है. इस साल शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है.
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शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का पूजन करने का विधान है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना करने से भक्त के जीवन में आने वाले सभी दुख और संकट दूर होते हैं.
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द्रिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 22 सितंबर को रात 01 बजकर 23 मिनट पर हो रही है. इस तिथि का समापन 23 सितंबर को रात 02 बजकर 55 मिनट पर होगा. ऐसे में 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे.
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शारदीय नवरात्र में अष्टमी तिथि का बहुत महत्व बताया गया है. इस साल अष्टमी तिथि की शुरुआत 29 सितंबर को शाम 04 बजकर 31 मिनट पर होगी और समापन 30 सितंबर को शाम 06 बजकर 06 मिनट पर होगा.
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ऐसे में इस साल 30 सितंबर को दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी. इस तिथि को महा दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है.
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साल 2025 में शारदीय नवरात्र की महानवमी 1 अक्टूबर, बुधवार के दिन पड़ेगी. महानवमी तिथि की शुरुआत 30 सितंबर को शाम 6 बजकर 06 मिनट पर होगी और यह तिथि 1 अक्टूबर को शाम 7 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी.
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शारदीय नवरात्र के आखिरी में कन्या पूजन करने का विधान है. आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी या नवमी तिथि पर कन्या पूजन किया जाता है. मान्यता है कि इससे व्यक्ति को पूजा का पूरा फल मिलता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है.
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