2 Sep 2025
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हिंदू धर्म में पितृ-पक्ष का विशेष महत्व है. इस दौरान श्राद्ध तर्पण और पिंडदान किए जाते हैं. इस बार पितृ-पक्ष 7 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर तक रहने वाला है.
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मान्यता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और पूरे 15 दिन तक अपने वंशजों के घर में वास करते हैं. इसलिए इस दौरान घर को स्वच्छ रखना बेहद जरूरी होता है.
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धार्मिक दृष्टि से घर में कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ाती हैं. तो आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें पितृपक्ष शुरू होने से पहले घर से निकाल देना चाहिए.
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वास्तु शास्त्र में बंद पड़ी घड़ी को दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है. इसलिए पितृपक्ष के दौरान बंद या खराब घड़ी को घर से निकाल देना चाहिए.
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टूटे-फूटे या चटके हुए बर्तन घर में दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं. पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए स्वच्छ और पूर्ण वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए.
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मुरझाए या सूखे पौधे न केवल घर की सुंदरता बिगाड़ते हैं, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा का कारण भी बनते हैं. पितृपक्ष में ताजगी और पवित्रता बनाए रखने के लिए ऐसे पौधों को घर से निकाल दें.
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टूटी या खंडित मूर्तियों को घर में रखना धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना गया है. पितृपक्ष में पूर्वजों का स्वागत और पूजन करते समय विशेष ध्यान रखें कि घर में ऐसी कोई मूर्ति न हो.
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लोहे या धातु पर जंग लगना वास्तु के अनुसार रुकावट और नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है. यह घर में दुर्भाग्य और बीमारियों का कारण बन सकता है. पितृपक्ष के दौरान जंग लगे सामान को या तो साफ कर लें या हटा दें.
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