5 Sep 2025
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इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से होने जा रही है. हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है.
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ज्योतिषियों के अनुसार, कुंडली से पितृदोष का निवारण पाने के लिए पितृपक्ष का वक्त सबसे अच्छा माना जाता है. पितृपक्ष के 15 दिनों के दौरान पितरों को प्रसन्न और उनका आशीर्वाद पाने के लिए कई उपाय किए जाते हैं.
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साथ ही पितरों के आशीर्वाद पाने के साथ साथ पितृदोष के समापन के लिए भी कई तरह के उपाय किए जाते हैं. तो चलिए जानते हैं कि उन उपायों के बारे में.
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पितृदोष को समाप्त करने के लिए श्राद्ध और तर्पण करना सबसे बड़ा उपाय है. पूरे मन से जल और तिल अर्पित करें और पितरों का स्मरण करें.
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इसके अलावा, पितृ पक्ष के दौरान घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर पितरों की तस्वीर जरूर लगाएं और फिर उनकी तस्वीर के आगे दीया जलाएं.
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कुंडली से पितृदोष को दूर करने के लिए श्राद्ध तिथि पर ब्राह्मण या जरूरतमंद को भोजन कराना और दान देना पितरों को तृप्त करता है. यह दोष को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका माना गया है.
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पितृ पक्ष में पितृदोष से निवारण के लिए पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना और जल अर्पित करना भी बहुत शुभ माना जाता है.
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साथ ही, रोजाना पितृस्तोत्र का पाठ करें और उन्हें निमित्त भोग लगाएं.
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