21 June 2025
aajtak.in
ओडिशा के पुरी में हर साल आषाढ़ महीने में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं.
इस साल यह रथ यात्रा 27 जून 2025 से शुरू हो रही है. मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने से पापों का नाश होता है.
इस रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर अपनी मौसी के घर यानी गुंडिचा मंदिर जाते हैं.
अगर आप इस भी इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं तो वहां से इन दो खास चीजों को जरूर लाएं. माना जाता है कि इनसे मां लक्ष्मी और माता अन्नपूर्णा की कृपा हमेशा घर पर बनी रहती है.
जगन्नाथ मंदिर की बेंत (छड़ी) बहुत पवित्र मानी जाती है. रथ यात्रा के दौरान इसे भक्तों को स्पर्श कराया जाता है, जिससे बल, बुद्धि और यश की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि इस बेंत को घर के पूजाघर में रखने से मां लक्ष्मी का वास होता है और दरिद्रता दूर रहती है.
निर्माल्य एक तरह का सूखा चावल होता है, जिसे भगवान को भोग लगाकर सुखाया जाता है. यह लाल कपड़े की पोटली में भक्तों को दिया जाता है.
इसका एक दाना किसी भी शुभ कार्य में डालना बेहद फलदायी माना जाता है. माना जाता है कि जिस घर में निर्माल्य होता है, वहां कभी अन्न की कमी नहीं होती और सुख-समृद्धि बनी रहती है.