12 जून को देवगुरु बृहस्पति हो जाएंगे अस्त, फिर नहीं हो पाएंगे शुभ कार्य

11 June 2025

aajtak.in

हिंदू धर्म में गुरु का अस्त होना बहुत ही अशुभ माना जाता है. 12 जून को गुरु मिथुन राशि में अस्त होने जा रहे है और उसके बाद 9 जुलाई को गुरु मिथुन राशि में उदित होंगे.

मान्यता के अनुसार, गुरु के अस्त होते ही सभी मांगलिक कार्यों पर रोक जाती है. जिन्हें इस समय में अशुभ माना जाता है.

गुरु के अस्त होने से विवाह, गृहप्रवेश, नया घर बनाने जैसे प्रतिष्ठान, मुंडन जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक जाएगी.

इन कार्यों पर लग जाती है रोक

गुरु के अस्त हो जाने के बाद किसी भी नए बिजनेस या कारोबार की शुरुआत करना बहुत ही अशुभ माना जाता है. 

नए कारोबार की शुरुआत

इस दौरान जनेऊ, गृह प्रवेश, लग्न, मुंडन और अन्य मंगल कार्यों पर भी रोक लग जाती है.  

मांगलिक कार्य

गुरु के अस्त हो जाने के दौरान पूजा करने की कोई विशेष विधि या कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता है. इसलिए, कोई विशेष पूजा करवानी है तो गुरु के अस्त से पहले आज ही करवा लें.

पूजा पाठ

गुरु के अस्त होने से पहले विवाह जैसे शुभ अनुष्ठान निपटा लें और लेकिन ये सभी अनुष्ठान किसी अच्छे मुहूर्त में ही निपटाएं.

विवाह या सगाई

12 जून को गुरु के अस्त होने से मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक और मकर वालों को सेहत में थोड़ी कमजोरी आ सकती है. आर्थिक मुद्दों में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है. 

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