बड़ों के पैर छूने के बाद हाथ धोने से पुण्य नष्ट होते हैं? जानें प्रेमानंद महाराज का जवाब

19 June 2025

aajtak.in

वृंदावन-मथुरा के मशहूर प्रेमानंद जी महाराज जीवन और अध्यात्म से जुड़े विषयों पर लोगों को सलाह देते हैं. 

साथ ही, प्रेमानंद महाराज के भक्त सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि इनके भक्त विदेश तक में फैले हुए हैं. इनके उपदेशों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होते हैं.

वहीं, हाल ही में प्रेमानंद महाराज के पास एक महिला अपनी समस्या लेकर पहुंची. जिसपर महिला का कहना है कि, 'मैं गृहस्थ जीवन से जुड़ी हुई हूं जिसमें मुझे अपने बड़ों के पैर छूने होते हैं.

लेकिन पैर छूने के तुरंत बाद मैं हाथ धो लेती हूं. तो क्या महाराज जी मैंने पैर छूकर जो पुण्य कमाए उसे हाथ धोकर नष्ट कर दिया.'

इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर देते हुए कहा कि, ' किसी के पैर छूने के बाद हाथ तो धो लेने चाहिए क्योंकि ठाकुर जी की सेवा करनी होती है.'

'पैर छूना तो मर्यादा है और हम जब भी पैर छूए भगवत भाव से ही छूए. हमारे वह हाथ कहीं ओर न लग जाए इसलिए हम धो देते हैं.'

 'लेकिन उससे कोई पाप या पुण्य नष्ट नहीं होता है. बल्कि, हमें ठाकुर सेवा करनी है और अन्य सेवाएं करनी हैं.'

 'अगर हम पैर छूने वाले हाथों से ठाकुर जी भोग लगाएंगे तो उस भोग को ठाकुर जी स्वीकार नहीं करेंगे. इसलिए, हमारा हाथ धोना जरूरी है.'