10 Sep 2025
Photo: Freepik
हर साल दिवाली से पहले कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. यह दिन धन-संपदा के देवता कुबेर, धन की देवी मां लक्ष्मी और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि को समर्पित होता है.
Photo: Pexel
पूरे देश में धनतेरस का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. परंपरागत रूप से इस दिन सोना-चांदी के आभूषण, बर्तन और धातुओं की खरीदारी की जाती है.
Photo: Freepik
द्रिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12:18 बजे शुरू होगी और 19 अक्टूबर 2025 को दोपहर 01:51 बजे समाप्त होगी. ऐसे में धनतेरस का 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा.
Photo: Freepik
धनतेरस पर पूजा का सबसे शुभ समय प्रदोष काल माना गया है. इस दिन प्रदोष काल शाम 05:48 बजे से रात 08:20 बजे तक है. इस दिन वृषभ काल शाम 07:16 बजे से रात 09:11 बजे तक रहेगा. इस दौरान भी आप पूजा कर सकते हैं.
Photo: Pexel
ऐसे में धनतेरस पर पूजन का उत्तम समय शाम 07:16 से रात 08:20 बजे तक रहने वाला है. इस बार पूजा के लिए कुल 1 घंटे और 4 मिनट की अवधि मिलेगी.
Photo: Freepik
इस वर्ष धनतेरस पर खरीदारी के कई शुभ समय रहेंगे. पहला मुहूर्त सुबह 07:49 से 09:15 बजे तक है. दूसरा मुहूर्त दोपहर 01:32 से 04:23 बजे तक रहेगा.
Photo: Ai Generated
तीसरा मुहूर्त शाम 05:48 से 07:23 बजे तक रहेगा और चौथा मुहूर्त रात 08:57 से 10:32 बजे तक है.
Photo: Pexel
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में सोना, चांदी, पीतल के बर्तन खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. इसके अलावा इस दिन धनिया और झाड़ू खरीदने से भी घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.
Photo: Pixabay