04 Sep 2025
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सितंबर 2025 में लगने वाला चंद्र ग्रहण मृत्यु पंचक के संयोग में आ रहा है. ज्योतिष शास्त्र में पंचक को विशेष महत्व दिया गया है. द्रिक पंचांग के अनुसार, इस साल 6 सितंबर से पंचक शुरू हो रहा है.
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इस साल 6 सितंबर से पंचक शुरू हो रहे हैं. चूंकि यह शनिवार से शुरू हो रहे हैं इसीलिए इन्हें मृत्यु पंचक कहा जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पंचक बेहद अशुभ होते हैं.
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यदि इसी समय चंद्र ग्रहण लग जाए तो इसका प्रभाव और भी प्रबल हो जाता है. पंचक काल में कुछ कार्य करना अशुभ और जोखिमपूर्ण माना जाता है.
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मान्यताओं के अनुसार इस दौरान कुछ कार्यों से बचना चाहिए, वरना हानि हो सकती है. आइए जानते हैं कि इस समय किन-किन कार्यों को करने से मना किया गया है.
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मृत्यु पंचक और चंद्र ग्रहण के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. माना जाता है कि इस समय किए गए शुभ कार्यों का फल विपरीत मिल सकता है.
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मृत्यु पंचक में मकान की छत डालने, घर का निर्माण शुरू करने से बचना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में स्थिरता नहीं आती है और घर के सदस्यों को परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं.
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पंचक के दौरान चारपाई, पलंग या अन्य बिस्तर से जुड़े सामान बनवाना या खरीदना वर्जित है. कहा जाता है कि ऐसा करने से परिवार में रोग और कलह बढ़ सकते हैं.
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पंचक काल में दक्षिण दिशा की यात्रा कास रूप से वर्जित मानी गई है. ज्योतिष में दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा कहा गया है, इसलिए इस समय इस दिशा में यात्रा करना अशुभ और जोखिमभरा होता है.
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घर को सजाने, पुताई करने या रंगाई-लिपाई कराने का काम भी इस अवधि में नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है और घर का वातावरण प्रभावित होता है.
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