9 घंटे सूतक काल-साढ़े तीन घंटे चंद्र ग्रहण, 7 सितंबर को दिनभर नहीं होंगे ये 5 काम

29 AUG 2025

Photo: Pexels

7 सितंबर 2025 को साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. ग्रहण की शुरुआत रात 9.58 बजे होगी और यह रात 1.26 बजे समाप्त होगा. 

Photo: Pexels

इस दौरान करीब 11 बजे से रात करीब 12.22 बजे तक चंद्रमा पीक पर रहेगा. चूंकि यह भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा.

Photo: Pixabay

चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. इस ग्रहण का सूतक 7 सितंबर दोपहर 12.57 बजे शुरू होगा और रात 1.26 बजे समाप्त होगा.

Photo: Pixabay

चूंकि 7 सितंबर की तारीख सूतक काल और चंद्र ग्रहण में ही फंसी रहेगी. इसलिए पूरे दिन कुछ विशेष कार्य वर्जित रहेंगे.

Photo: Pixabay

इस दौरान मंदिर के द्वार बंद रहेंगे. ग्रहण खत्म होने के बाद शुद्धिकरण करके ही मंदिरों में पूजा-पाठ के कार्य किए जाएंगे.

पूजा-पाठ

Photo: Pexels

सूतक या ग्रहण के दौरान भोजन नहीं पकाया जाता है. जो भोजन पहले से बना हो, उसमें तुलसी के पत्ते डालकर सुरक्षित रखना ही उचित होगा. तुलसी के पत्ते भी आपको सूतक काल से पहले तोड़कर रखने हैं.

खान-पान

Photo: Pexels

मान्यता है कि सूतक या ग्रहण काल में सब्जी काटना या सब्जी में छोंक लगाना वर्जित है. खासतौर से महिलाओं को इसका विशेष ख्याल रखना चाहिए.

सब्जी काटना या छोंक लगाना

Photo: Pexels

इस दौरान तेल-मसाले या तवे-कड़ाही पर कोई नया पकवान बनाए जाने की मनाही होती है. माना जाता है कि ऐसे समय में पका हुआ भोजन अशुद्ध हो जाता है.

Photo: Pexels

सूतक शुरू होने से लेकर ग्रहण खत्म होने के बाद तक कैंची, चाकू, ब्लेड जैसी चीजो का प्रयोग नहीं किया जाता है. धारदार वस्तुओं का प्रयोग अशुभ प्रभाव को और बढ़ा सकता है.

धारदार उपकरणों का इस्तेमाल

Photo: Pexels

ग्रहण और सूतक काल में कोई भी शुभ संस्कार या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. ग्रहण काल को अशुभ माना जाता है. इसलिए इन कार्यों को करने से फल विपरीत मिल सकता है. 

गृह प्रवेश, मुंडन वर्जित

Photo: AI Generated