6 Sep 2025
Photo: Freepik
भाद्रपद पूर्णिमा पर साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है.
Photo: Pixabay
भाद्रपद पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह में आने वाली है पूर्णिमा को भाद्रपद पूर्णिमा मनाई जाएगी और इसी दिन से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी.
Photo: AI Generated
7 सितंबर, रविवार को ही साल का आखिरी चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है, जो कि भारत में दृश्यमान होगा. इसलिए, चंद्रग्रहण का प्रभाव भाद्रपद पूर्णिमा पर भी पड़ेगा.
Photo: PTI
इस बार भाद्रपद पूर्णिमा की तिथि का प्रारंभ 7 सितंबर को अर्धरात्रि 1:41 मिनट से शुरू होगा और तिथि का समापन 7 सितंबर को ही रात 11:38 मिनट पर होगा.
Photo: Pexels
साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन अर्धरात्रि 1 बजकर 26 मिनट पर होगा.
Photo: freepik
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में दृश्यमान होगा. बल्कि, यह चंद्र ग्रहण भारत के साथ साथ एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में भी दिखेगा.
Photo: Pixabay
भाद्रपद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करें और उन्हें 5 कौड़ियां अर्पित करें और फिर उनके समक्ष चौमुखी दीपक जलाएं.
Photo: Pixabay
साल का आखिरी चंद्रग्रहण कुंभ राशि में लगने जा रहा है. क्योंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दर्शनीय हैं तो इसलिए भाद्रपद पूर्णिमा के दौरान स्नान-दान मुहूर्त देखकर करना होगा.
Photo: PTI
क्योंकि चंद्रग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले लगता है इसलिए सूतक काल लगने से पहले भाद्रपद पूर्णिमा का स्नान और दान कर लें.
Photo: PTI