30 Aug 2025
Photo: Instagram/@iambageshwardhamsarkar
शास्त्रों में सुबह करीब 3 से 4.30 बजे तक के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा गया है. यह समय ध्यान, साधना और ईश्वर से जुड़ने के लिए बेहद शुभ माना जाता है.
Photo: Pixabay
मान्यता है कि ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता धरती पर भ्रमण करते हैं. इस समय वातावरण पूरी तरह सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है.
Photo: AI Generated
हाल ही में एक महिला ने बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री से इसी विषय पर एक सवाल पूछा था, जिसका जवाब उन्होंने बेहद ही सादगी और आध्यात्मिक गहराई के साथ दिया.
Photo: Instagram/@iambageshwardhamsarkar
महिला ने कहा, 'गुरुदेव, कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता निकलते हैं, लेकिन अधिकांश लोग उस समय सोए रहते हैं. पिछले दो महीने से मेरी नींद रोज इसी समय पर खुल जाती है. क्या यह प्रभु का कोई संकेत है?'
Photo: Pixabay
इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा कि रोज 3 बजे के आसपास आंख खुलना कोई आम बात नहीं होती है. यह किसी अदृश्य शक्ति का संकेत हो सकता है.
Photo: Instagram/@iambageshwardhamsarkar
कई बार किसी सिद्ध आत्मा या भगवत प्रेरणा से जुड़ाव बनता है, जिससे व्यक्ति की नींद ब्रह्म मुहूर्त में खुलने लगती है. उन्होंने आगे कहा कि अगर रोजाना इस समय आंख खुले तो इसे नजरअंदाज न करें. ये एक शुभ संकेत है.
उस वक्त बिस्तर छोड़कर शांत मन से ध्यान में बैठें. शायद ऐसा करने से कुछ समय बाद आपको यह एहसास हो कि वह शक्ति कौन है, जो आपको जगा रही है.
Photo: Pixabay
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा “जो व्यक्ति इस शुभ समय में उठकर साधना करता है, उसका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है और सकारात्मक दिशा में अग्रसर होता है.”
Photo: Instagram/@iambageshwardhamsarkar