12 Mar 2025
फैटी लिवर की बीमारी का मतलब लिवर में फैट की मात्रा का बढ़ना है जिसके बाद लिवर सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पाता. आगे चलकर ये बीमारी आपको कई खतरनाक बीमारियों का भी शिकार बना सकती है. फैटी लिवर के रोगी को अपनी डाइट को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
फैटी लिवर की समस्या होने पर आपको प्रोसेस्ड फूड, हाई फैट फूड और मिठाई से बचना चाहिए. ये आपके लिवर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिनका सेवन आपको फैटी लिवर की समस्या होने पर नहीं करना चाहिए.
फ्राइड फूड- फ्राइड फूड में ट्रांस फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है जिससे लिवर में इंफ्लेमेशन और फैट स्टोर होता है और फैटी लिवर की समस्या कई गुना ज्यादा बढ़ सकती है.
शुगरी ड्रिंक्स- शुगरी ड्रिंक्स में कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसके अलावा इन्हें पीने से आपके शरीर में ब्लड शुगर का लेवल भी तेजी से बढ़ने लगता है. इससे आपके लिवर पर लोड बढ़ जाता है.
रिफाइंड कार्ब्स- व्हाइट ब्रेड, पास्ता और बेक्ड चीजों के कारण ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है. इससे लिवर में फैट का स्टोरेज बढ़ने लगता है.
प्रोसेस्ड मीट- बेकन, सॉसेज आदि में सैचुरेटेड फैट प्रीजर्वेटिव्स की मात्रा काफी ज्य़ादा होती है जिसेस लिवर में इंफ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है.
शराब- शराब का सेवन करने से फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ती है. इससे लिवर की कोशिकाएं डैमेज होने लगती हैं. कभी-कभार पीने से भी आपको दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स- चीज, फुल क्रीम मिल्क और बटर में सैचुरेटेड फैट होता है जो लिवर में फैट के स्टोरेज को बढ़ाता है.
फास्ट फूड- पिज़्ज़ा, फ्राइड फूड और बर्गर में अनहेल्दी फैट्स, रिफाइंड कार्ब्स और हाई सोडियम होता है जिससे लिवर पर काफी ज्यादा लोड पड़ता है.