28 DEC 2025
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भारतीय रसोई में पाई जान वाली चीजें सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाती हैं, बल्कि हमारी हेल्थ पर भी उनका खास असर पड़ता है. देसी घी और लहसुन दोनों खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाली जरूरी चीजें हैं, लेकिन इन दोनों में औषधीय गुण भी काफी पाए जाते हैं.
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लहसुन को खाली पेट खाने की बातें तो सोशल मीडिया से लेकर हेल्थ एक्सपर्ट के मुंह से सुन चुके होंगे और उसके फायदे भी अब जग जाहिर है. लेकिन बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कि देसी घी में में लहसुन को भूनकर खाने से भी हमारी हेल्थ के लिए अच्छा होता है.
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लहसुन को देसी घी में भूनकर खाने का नुस्खा आचार्य बालकृष्ण ने बताया है और उन्होंने इस तरह खाने से सर्दियों में खासतौर पर शरीर पर क्या असर पड़ता है. इसके बारे में भी अपनी लेटेस्ट इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया.
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आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, अगर आप भी लहसुन की 3 से 4 देसी घी में भूनकर खाते हैं तो इससे सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है. ठंड के मौसम में लोगों को सर्दी-जुकाम ज्यादा होता है और ऐसे में वो लोग इस घरेलू उपाय को आजमा सकते हैं.
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लहसुन को घी में भूनकर खाने से इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ती है, लहसुन और घी शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करते हैं. इसी वजह से यह सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में मदद करते हैं.
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लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं और देसी घी में विटामिन A, D, E, K, ओमेगा-3, ओमेगा-9 फैटी एसिड और CLA (कन्ज्यूगेटेड लिनोलिक एसिड) से भरपूर होता है.
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देसी घी में लहसुन भूनने से उसकी तीखी, तामसिक तासीर कम हो जाती है, जिससे ये डाइजेशन में सुधार, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
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आयुर्वेद के अनुसार, देसी घी में भूनने से लहसुन के तामसिक गुण खत्म होते हैं और वो सात्विक बन जाता है. यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और गठिया जैसी बीमारियों में मदद करता है.
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ब्लीडिंग डिसऑर्डर, लिवर की बीमारी, गंभीर एसिडिटी, IBS, एलर्जी, लो बीपी, गर्भावस्था/स्तनपान वाले लोगों को देसी घी में लहसुन भूनकर नहीं खाना चाहिए. गर्म मौसम में भी इसका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए.
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इसके अलावा कुछ भी खाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. क्योंकि हर देसी नुस्खा भी हर बॉडी टाइप पर अलग रिएक्शन करता है. इसलिए कुछ भी पढ़कर या देखकर शुरू नहीं करना चाहिए.
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