22 Oct 2025
Photo: Sushma Pachouri Khadia/Instagram
अक्सर यह देखा गया है कि कई महिलाएं वेट लिफ्टिंग करने से कतराती हैं, क्योंकि उन्हें यह डर होता है कि कहीं उनका शरीर पुरुषों की तरह भारी और मस्कुलर न दिखने लगे. लेकिन फिटनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सिर्फ एक मिथ है.
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फिटनेस कोच और कंटेंट क्रिएटर सुषमा पचौरी खादिया ने हाल ही में अपनी फिटनेस जर्नी सोशल मीडिया पर शेयर की जिसमें उन्होंने बताया कि वेट लिफ्टिंग से न सिर्फ उनका वजन कम हुआ, बल्कि उनकी ओवरऑल हेल्थ भी बेहतर हुई.
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48 साल की सुषमा का वजन कभी 93 किलो था जिसे उन्होंने कड़ी मेहनत और डिसिप्लिन में रहकर घटाकर 50 किलो कर लिया. सुषमा का कहना है कि उनकी वेट लॉस जर्नी में वेट लिफ्टिंग का काफी अहम रोल रहा है.
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उन्होंने हाल ही में, अपने पोस्ट के जरिए बताया कि कैसे वेट लिफ्टिंग महिलाओं की जिंदगी बदल सकती है. वे कहती हैं कि रोजाना वेट लिफ्टिंग करने से आपके कपड़े बेहतर फिट आने लगेंगे और आप पहले से कहीं ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करेंगी.
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इसके अलावा, आप पहले से काफी ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करेंगी, स्ट्रेस कम होगा,नींद बेहतर आएगी और सबसे अच्छी बात आप खुद से प्यार करने लगेंगी.
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मतलब वेट लिफ्टिंग करने से महिलाएं पुरुषों की तरह मस्कुलर नहीं बनतीं, बल्कि इससे बॉडी टोन होती है, शरीर फिट और एनर्जेटिक रहता है और आप कॉन्फिडेंट फिल करती हैं.
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सेलेब्रिटी फिटनेस ट्रेनर त्रिदेव पांडे ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि वेट लिफ्टिंग महिलाओं के लिए न सिर्फ शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद फायदेमंद है.
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अगर आप भी इस डर से वेट लिफ्टिंग नहीं कर रही थीं कि आपका शरीर पुरुषों की तरह भारी और मस्कुलर दिखने लगेगा तो आज से यह डर छोड़ दें.
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यह खबर केवल जानकारी के लिए है अपने फिटनेस रूटीन में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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