क्यों सोने से पहले आपको जरूर पीना चाहिए एक गिलास हल्दी वाला दूध? यहां जानें कारण

07 Sep 2025

भारत के लगभग हर घर में रात का एक खास रिवाज़ है—सोने से पहले हल्दी दूध का एक गर्मागर्म ग्लास. यह सिर्फ एक ड्रिंक नहीं बल्कि एक आरामदायक अनुभव होता है. इससे शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं. सदियों से भारत में हल्दी वाले दूध का सेवन किया जाता है.

हल्दी दूध की गर्माहट थके हुए मांसपेशियों को आराम देती है और जोड़ों के दर्द को कम करती है. हर एक घूंट आपके शरीर को धीरे-धीरे आराम की ओर ले जाता है, जिससे नींद का आगमन आसान हो जाता है.

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व इंफ्लेमेशन घटाने में मदद करता है, वहीं दूध शरीर को वह सुकून देता है जिससे मन भी शांत होता है.

करक्यूमिन हमारे शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. लगातार पीने से हमारा शरीर सर्दी, खांसी और मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो जाता है. रात को हल्का हल्दी दूध पीने का अपना ही मजा है—उसका गर्माहट और हल्का मसालेदार स्वाद हमारे शरीर को बताता है कि अब आराम करने का समय आ गया है.

खाने के बाद अगर पेट भारी महसूस हो, तो हल्दी दूध एक नेचुरल आराम देने वाला उपाय है. यह खाने के बाद के डिस्‍ट्रैस को कम करता है, पेट को हल्का करता है और पाचन तंत्र को ठीक रखता है.

साथ ही, हल्दी नींद को बेहतर बनाती है क्योंकि यह सेरोटोनिन स्तर को बढ़ाकर मूड को बेहतर करती है, जिससे दिन भर का स्ट्रेस धीरे-धीरे दूर होता है.

नींद के दौरान हमारा शरीर खुद को ठीक करता है. हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स कोशिकाओं की मरम्मत करते हैं, जिससे स्किन हेल्दी रहती है और खराबी जल्दी ठीक होती है. ठंड या खांसी हो तो दूध का मलाईदारपन गले को राहत देता है और हल्दी इंफ्लेमेशन घटाकर आराम पहुंचाती है.

कैसे तैयार करें हल्दी वाला दूध हल्दी दूध बनाने के लिए दूध को हल्का गरम करें, लेकिन उबालें नहीं. इसमें आधा चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च डालें, क्योंकि काली मिर्च से हल्दी की अच्छाइयाँ बेहतर अवशोषित होती हैं. थोड़ी सी अदरक या दालचीनी मिलाएं ताकि स्वाद और आराम दोनों बढ़ें. 

फिर इसे गैस से उतार कर शहद या गुड़ मिलाएं. धीरे-धीरे पीएं और इस छोटे से रोजाना के रिवाज़ से शरीर को सुकून का संदेश दें कि अब आराम का समय है.