रोज इस तरह से करें लहसुन का सेवन, हर बीमारी से रहेंगे कोसों दूर

29 Aug 2025

हम आपको एक ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बताने वाला हूँ, जो अगर आप सुबह उठते ही सेवन करें तो पूरा दिन एनर्जेटिक महसूस करेंगे, खाना बढ़िया पचेगा, शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहेंगे और पेट की चर्बी भी कम होने लगेगी.

 ये नुस्खा कोई महंगी गोली या सप्लीमेंट नहीं, बल्कि एक सरल और असरदार आयुर्वेदिक रेमेडी है: शहद और लहसुन का मिश्रण.

इम्यूनिटी बढ़ाना: लहसुन और शहद दोनों में मजबूत एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं. रोज सुबह इसका सेवन करने से शरीर की नेचुरल इम्यूनिटी बढ़ती है, जिससे सामान्य सर्दी-खांसी, गले की सूजन और बार-बार होने वाले बुखार जैसी समस्याओं से बचाव होता है.

पाचन तंत्र में सुधार: लहसुन हमारे पाचन अग्नि को तेज करता है जिससे भोजन जल्दी पचता है और गैस, ब्लोटिंग तथा भारीपन कम होता है. शहद गट के अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक) को बढ़ावा देता है, जिससे पेट की समस्याओं में जल्दी राहत मिलती है.

खांसी-जुकाम में राहत: यह मिश्रण नेचुरल एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जिससे बलगम निकलता है और साइनस तथा चेस्ट की बंदिश खुलती है. शहद गले को ठीक करता है, आयुर्वेद में इसे पुरानी खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे रोगों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.

हार्ट हेल्थ बेहतर बनाना: आयुर्वेद में लहसुन को "हार्ट फ्रेंडली" माना जाता है. यह कोलेस्ट्रॉल कम करता है, धमनियों को साफ रखता है, ब्लॉकेज रुकता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है.

एनर्जी और एंटी-एजिंग: शहद तुरंत एनर्जी देता है जबकि लहसुन ब्लड फ्लो बढ़ाकर पूरे शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई करता है. दोनों के एंटीऑक्सिडेंट गुण स्किन को चमकदार बनाते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं. गर्म पानी के साथ लेने पर यह मेटाबॉलिज्म को तेज कर वजन घटाने में मदद करता है.

ताजा लहसुन की कलियां छीलकर साफ करें. एक साफ कांच के जार में लहसुन की कलियां डालें. ऊपर से इतना शहद डालें कि लहसुन पूरी तरह डूब जाए और लगभग एक उंगली की मोटाई शहद ऊपर तैरता रहे.

जार को बंद करके रूम टेम्परेचर पर 7 से 10 दिन के लिए रखें. 7 दिन बाद इसे इस्तेमाल कर सकते हैं. रोजाना सुबह खाली पेट 1-2 कलियां चबाकर खाएं. अगर लहसुन तीखा लगे तो शहद के साथ भी खा सकते हैं.

12 साल से छोटे बच्चों को यह नुस्खा न दें. डायबिटिक रोगी शहद के कारण इसे लेने से बचें.

अगर आप खून पतला करने वाली दवाएं (जैसे एस्पिरिन, वारफरिन) ले रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही लहसुन लें क्योंकि यह रक्त को पतला कर सकता है और ब्लीडिंग का खतरा बढ़ा सकता है.

एसिडिटी या सीने में जलन हो तो शुरुआत में सिर्फ शहद लें और लहसुन कम मात्रा में धीरे-धीरे शुरू करें. नुस्खा बनाने और लेने में साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि फंगस या खराबी न हो.