09 DEC 25
Photo: Instagram/@sana_sayyad29/Freepik
मशहूर सीरियल 'कुंडली भाग्य' की एक्ट्रेस सना सैयद शादी के तीन साल बाद 9 अक्टूबर 2024 को मां बनी थीं.
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उनके घर बेटी का जन्म हुआ था, जिसे पाकर वो और उनके पति बेहद खुश हैं. लेकिन सना का प्रेग्नेंसी पीरियड इतना आसान नहीं रहा था. उन्हें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा था.
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सना ने खुद एक इंटरव्यू में अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में खुलासा करते हुए बताया था कि,'प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीने में उन्हें लो-लाइंग प्लेसेंटा की समस्या थी.'
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उनके डॉक्टर ने उन्हें धीरे-धीरे चलने, कोई भारी चीज न उठाने, डांस न करने और सीढ़ियां न चढ़ने की सलह दी थी.
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अब सवाल उठता है कि आखिर लो-लाइंग प्लेसेंटा क्या होता है? ये समस्या क्यों होती है? अगर ये होता है तो क्या सावधानी रखने की जरूरत है? और इससे बचने के उपाय क्या हैं?
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इसके बारे में जानने से पहले समझते हैं कि प्लेसेंटा क्या होता है? प्रेग्नेंसी में बच्चे के बढ़ने के साथ-साथ प्लेसेंटा ग्रो करता है. ये महिला की यूटरस वॉल से कनेक्ट होता है. प्लेसेंटा ही वो जरिया है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्व बच्चे को मिलते हैं.
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लो-लाइंग प्लेसेंटा, प्रेग्नेंट महिलाओं को होने वाली खतरनाक समस्याओं में से एक है. जब प्लेसेंटा गर्भाशय में ऊपर की ओर बढ़ने की बजाय निचले हिस्से में दिखाई देता है, तो इसे लो-लाइंग प्लेसेंटा या प्लेसेंटा प्रीविया कहा जाता है.
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लो-लाइग प्लेसेंटा की समस्या उन महिलाओं को होती, जो धूम्रपान करती हैं. इसके अलावा यह उन महिलाओं में देखने मिलता है जिनका पहला बच्चे सी-सेक्शन से हुआ हो या फिर उन्होंने, जिन्होंने प्रेग्नेंसी के लिए रिप्रोडक्टिव ट्रीटमेंट लिया हो.
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प्लेसेंटा के नीचे की ओर आने के कारण महिला को ब्लीडिंग होने लगती है, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है. इसके कारण कई बार प्रीमैच्योर डिलिवरी भी करनी पड़ती है.
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लो-लाइंग प्लेसेंटा की समस्या से बचने के लिए आपके पर्याप्त बेड रेस्ट करने की जरूरत होती है. इसके साथ ही ट्रैवल करने से भी बचना चाहिए.
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इस स्थिति में पेट के बल न सोने की सालह दी जाती है.
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