26 Sep 2025
Photo: AI-generated
किडनी और लिवर की तरह ही फेफड़ें भी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं, लेकिन गलत लाइफस्टाइल की वजह से ये खराब होने लगते हैं. मगर हम देसी तरीकों से अपनी खराब लंग्स को भी ठीक कर सकते हैं.
Photo: AI-generated
न्यूट्रनिस्ट ईशांका वाही के मुताबिक, कुछ सीड्स हमारे फेफड़ों की हेल्थ के लिए किसी पावरहाउस से कम नहीं है. ये हमारे फेफड़ों को नुकसान भी बचा सकते हैं और उनको नया जैसा भी बनाने में मदद करेंगे.
Photo: AI-generated
चिया सीड्स में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो फेफड़ों और पूरे श्वसन तंत्र को साफ और हेल्दी रखने में मदद करते हैं. इन्हें आसानी से पचाने के लिए पहले पानी में भिगो लें, फिर स्मूदी, ओट्स या दही में मिलाकर खाएं.
Photo: AI-generated
इनमें मौजूद ओमेगा-3 और GLA वायुमार्ग की सूजन और इंफेक्शन को कम करते हैं. इन्हें सीधे सलाद, सूप, या प्रोटीन शेक पर छिड़ककर खाएं.
Photo: AI-generated
तिल के बीजों में मैग्नीशियम होता है जो वायुमार्ग की मसल्स को आराम पहुंचाता है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है. इन्हें स्टर-फ्राई, करी पर छिड़कें, चटनी बनाकर खा सकते हैं.
Photo: AI-generated
ये एंटीऑक्सीडेंट और ALA के कारण फेफड़ों की सूजन कम करते हैं और निमोनिया पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं. इन्हें पानी में भिगोकर फुला लें, फिर नींबू पानी या दूध में मिलाकर पिएं.
Photo: AI-generated
इनके सूजन-रोधी प्रभाव वायुमार्गों को खुला और मजबूत रखते हैं, फेफड़ों की पुरानी बीमारियों का खतरा कम करते हैं. इन्हें हमेशा पीसकर गर्म पानी, आटे, या बेक्ड चीजों में मिलाकर खाएं.
Photo: AI-generated
कैरोटीनॉयड से भरपूर होने के कारण ये फेफड़ों की ऑक्सीडेटिव और सूजन को कम करते हैं. इन्हें हल्का भूनकर, सूप या सलाद में डालकर, या मक्खन की तरह खाएं.
Photo: AI-generated
प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ये बीज सांस की नील और फुफ्फुसीय इंफेक्शन से बचाव करते हैं. इन्हें आप भूनकर हल्के नाश्ते की तरह खा सकते हैं.
Photo: AI-generated