3 कारणों से 65 से पहले महिलाओं को आ रहा है हार्ट अटैक! नहीं जानते होंगे आप

14 Oct 2025

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ज्यादातर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण ब्लॉक्ड आर्टरीज (धमनियां) होती हैं, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. 

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खासकर 65 साल से कम उम्र की महिलाओं में ये जरूरी नहीं कि हार्ट अटैक का कारण ब्लॉक्ड आर्टरीज ही हों.

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नई रिसर्च में दावा किया गया है कि 65 साल से कम उम्र की लगभग आधी महिलाओं में हार्ट अटैक ब्लॉक्ड आर्टरीज में नहीं, बल्कि किसी और वजह से होता है.

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ऐसे में सही इलाज और बचाव के लिए इन अलग-अलग कारणों को समझना बहुत जरूरी है. 

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अमेरिका के मेयो क्लिनिक के साइंटिस्ट्स ने 2003 से 2018 तक 65 साल या उससे कम उम्र के 1,474 लोगों के हार्ट अटैक के मामलों की जांच की. उन्होंने हर केस के मेडिकल रिकॉर्ड और स्कैन देखकर पता लगाया कि हार्ट अटैक किस वजह से हुआ.

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पुरुषों में करीब 75% हार्ट अटैक का कारण एथेरोथ्रोम्बोसिस होता है. इसमें आर्टरीज में प्लाक और खून का थक्का जमकर ब्लड फ्लो रोक देता है. लेकिन महिलाओं में सिर्फ 47% हार्ट अटैक आर्टरीज में ब्लॉकेज की वजह से होते हैं. यानी आधे से भी कम.

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इससे साफ है कि महिलाओं में हार्ट अटैक अक्सर दूसरी वजहों से होते हैं, जिन्हें डॉक्टर कभी-कभी पहचान नहीं पाते.

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महिलाओं को क्यों पड़ता है हार्ट अटैक? एससीएडी (SCAD): ये तब होता है जब दिल की आर्टरीज की दीवार में अचानक दरार पड़ जाती है. वहां खून जमा होकर ब्लड का रास्ता रोक देता है. एम्बोलिज्म: जब शरीर के किसी और हिस्से से खून का थक्का या कोई कण दिल की आर्टरीज में आकर फंस जाता है, तो हार्ट अटैक हो सकता है.

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स्ट्रेस और दूसरी बीमारियां: बहुत ज्यादा स्ट्रेस या खून की कमी (एनीमिया) जैसी समस्याएं भी दिल के काम करने की क्षमता को कमजोर कर सकती हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती हैं.

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अगर डॉक्टर मान लें कि हर हार्ट अटैक सिर्फ आर्टरीज के ब्लॉकेज से होता है, तो वे ऐसा इलाज दे सकते हैं जो फायदा न करे या नुकसान भी पहुंचा दे. क्योंकि वे समझ नहीं पाते हैं कि आखिर हार्ट अटैक की असली वजह क्या है. 

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सही कारण पता होना जरूरी है, ताकि आगे हार्ट अटैक को रोका जा सके. इस स्टडी का कहना है कि डॉक्टरों और मरीजों, खासकर युवा महिलाओं को, इन अलग-अलग कारणों के बारे में ज्यादा जानकारी होनी चाहिए.

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