29 Sep 2025
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ब्लॉक्ड आर्टरीज को अक्सर हार्ट अटैक या स्ट्रोक से जोड़ा जाता है, लेकिन इसका असर शरीर के दूसरे हिस्सों, जैसे हाथों और उंगलियों में भी दिख सकते हैं.
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जब ब्लड फ्लो कम हो जाता है, तो शरीर में मौजूद टिशूज को पर्याप्त ऑक्सीजन और जरूरी पोषण नहीं मिल पाता.
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धीरे-धीरे इसके छोटे-छोटे लक्षण नजर आने लगते हैं. अगर इन्हें अनदेखा किया जाए, तो ये गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.
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आज हम आपको ऐसे ही 5 संकेतों/लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
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1. हाथ में अचानक तेज दर्द: अगर आपके एक हाथ में अचानक तेज या गहरा दर्द हो, तो ये खतरे का संकेत हो सकता है. ऐसा तब होता है जब खून का थक्का या ब्लॉकेज ब्लड फ्लो को रोक देता है.
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2. उंगलियों का रंग बदलना: ब्लड फ्लो अगर ढंग से ना हो तो उंगलियों का रंग भी बदल सकता है. उंगलियां नीली, सफेद या बैंगनी दिख सकती हैं. ठंड या स्ट्रेस के कारण भी कभी-कभी ऐसा हो सकता है, लेकिन अगर रंग लंबे समय तक ऐसा रहे तो यह एक्रोसायनोसिस नाम की स्थिति हो सकती है, जो पेरीफेरल आर्टरी डिजीज है.
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3. बांह में थकान या ऐंठन: अगर हल्के काम करते समय भी आपकी बांह या बाजू में भारपीन, थकान या ऐंठन महसूस हो, तो ये क्लॉडिकेशन हो सकता है. ये तब होता है जब आर्टरीज में चर्बी जमने से खून ढंग से फ्लो नहीं हो पाता. मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे दर्द और थकान महसूस होती है.
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4. धीरे बढ़ने वाले या टूटने वाले नाखून: बैड ब्लड फ्लो नाखूनों को भी प्रभावित करता है. अगर नाखून बहुत धीरे बढ़ रहे हैं, बार-बार टूटते हैं या उनका रंग बिगड़ रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि हाथों तक पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं पहुंच रहा.
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5. मसल्स की कमजोरी: अगर लंबे समय तक ब्लड फ्लो ठीक से न हो तो हाथों या बाजू में कमजोरी आ सकती है. पकड़ कमजोर हो सकती है, हल्के काम करते हुए भी हाथ जल्दी थक सकते हैं और गंभीर मामलों में मसल्स का आकार भी घट सकता है.
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