2 Sep 2025
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक आम बीमारी है जो ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है. यह बीमारी तब होती है जब बैक्टीरिया मूत्र मार्ग को संक्रमित कर देते हैं.
यूरिन इंफेक्शन का असर ब्लैडर और किडनी पर भी पड़ता है.
वैसे तो यूरिन इंफेक्शन की समस्या काफी आम है लेकिन ध्यान ना दिया जाए तो इससे की गंभीर बीमारी हो सकती हैं.
यूरिन इंफेक्शन की समस्या होने पर कुछ चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे आपकी समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में-
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स अक्सर डाइट सोडा और शुगर-फ्री स्नैक्स में पाए जाते हैं. ये स्वीटनर्स यूरिनरी ब्लैडर की मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकते हैं, जिससे यूरिनरी ब्लैडर की समस्या और बढ़ सकती है. इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या और जलन की शिकायत बढ़ जाती है.
सिट्रस फ्रूट्स जैसे संतरा, नींबू, और ग्रेपफ्रूट भी मूत्राशय को प्रभावित करते हैं. इनमें मौजूद एसिड यूरिनरी ब्लैडर की परत को चुभता है, जिससे जलन बढ़ती है और पेशाब की फ्रीक्वेंसी बढ़ जाती है. इसलिए यूरिन इंफेक्शन की समस्या होने पर इन फलों का सेवन कम करना चाहिए.
शराब भी यूरिनरी ब्लैडर की सेहत के लिए अच्छी नहीं होती. शराब शरीर को डिहाइड्रेट कर देती है और यूरिनरी ब्लैडर को जलन पहुंचाती है. इससे इंफेक्शन से ठीक होना मुश्किल हो जाता है, खासकर जब किसी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) हो.
मसालेदार खाना जैसे मिर्ची, तीखा सॉस आदि भी यूरिनरी ब्लैडर के लिए हानिकारक हैं. ये मूत्रमार्ग को नुकसान पहुंचाते हैं और जलन को बढ़ाते हैं.
कैफीन युक्त पेय जैसे कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक भी यूरिनरी ब्लैडर की मांसपेशियों को परेशान करते हैं. इनका सेवन यूरिनर की जलन को बढ़ा सकता है.