रोजाना कब्ज से लड़ते हैं? इन देसी सुपरफूड्स से मिल सकती है आपको मदद

06 Sep 2025

कब्ज एक ऐसी सामान्य समस्या है जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं.  कब्ज की समस्या होने पर अक्सर मल त्याग करते समय काफी ज्यादा दर्द और कठिनाई होती है.

 कब्ज सिर्फ एक लक्षण नहीं है बल्कि एक स्थिति भी है, जो लंबे समय तक बनी रहने पर जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है.

यह बवासीर, एनल फिशर और दर्दनाक दिक्कतों का कारण बन सकती है, और कभी-कभी गंभीर बीमारियों का संकेत भी होती है.

कई कारण होते हैं कब्ज के, लेकिन सबसे सामान्य कारण डाइट में फाइबर की कमी है. यही कारण है कि भारतीय परंपरागत साबुत अनाज और दालें कब्ज से लड़ने में बड़ा बदलाव ला सकती हैं.

आप अपनी डाइट में कुछ सुपरफूड्स को शामिल करके कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-

ज्वार: ज्वार में ब्रान और रेसिस्टेंट स्टार्च होते हैं जो मल को भारी बनाते हैं और हेल्दी माइक्रोबायोम को बढ़ावा देते हैं. ज्वार उपमा, रोटी या हल्के पोहा की तरह तैयार किया जा सकता है. ज्यादा पॉलिश किए हुए ज्वार से बचना चाहिए क्योंकि इससे फाइबर कम हो जाता है.

बाजरा: बाजरा भी अघुलनशील फाइबर से भरपूर है, इसमें मिनरल्स होते हैं और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. बाजरे की खिचड़ी या रोटी दाल और सब्जियों के साथ खाने से कब्ज में राहत मिलती है.

रागी: रागी में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और यह पाचन में मदद करता है. रागी का डोसा या रोटी बनाने से मल त्याग सुधरता है, इसके साथ ही यह पोषण भी देता है.

जौ: जौ में बीटा-ग्लूकॉन नामक घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन के लिए लाभकारी है. जौ की खिचड़ी या सलाद भी कब्ज़ को दूर करने में सहायक है.

ओट्स: ओट्स भी घुलनशील फाइबर में हाई होते हैं और मल के प्रवाह को सुचारू बनाते हैं. आप इसे दलिया या ओवरनाइट ओट्स के रूप में रोजाना खा सकते हैं.