19 Feb 2025
aajtak.in
भारतीय खाने-पीने के बेहद शौकीन होते हैं. हम में से अधिकतर ऑफिस के ब्रेक के टाइम लोग समोसे से लेकर ब्रेड पनीर पकौड़ा तक खाना पसंद करते हैं.
हम आपको आपको एक ऐसी वीडियो दिखाने जा रहे हैं, जिसके बाद बाहर के ब्रेड पनीर पकौड़ा खाने से पहले हजार बार सोचेंगे.
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ब्रेड पकोड़े में इस्तेमाल होने वाली पनीर की सच्चाई दिखाते हुए एक शख्स नजर आ रहा है.
@nikhilspreads नाम के इंस्टाग्राम यूजर ने इंटरनेट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह 25 रुपए का एक पनीर ब्रेड पकोड़ा लेकर आते हैं.
निखिल ब्रेड पकोड़े में इस्तेमाल हुई पनीर को बाहर निकालकर उसमें आयोडीन टिंक्चर का सॉल्यूशन डालते हैं.
वह पनीर पर यह केमिकल डालकर पनीर को चेक करते हैं. उसका रंग बदलकर काला हो जाता है. इसका मतलब होता है कि पनीर नकली है.
credit: nikhilspreads instagram
फिर निखिल असली पनीर लेते हैं और उसका टेस्ट करते हैं. उस पर भी यही केमिकल डालते हैं, लेकिन वह रंग नहीं बदलती है.
टेस्ट के बाद भी पनीर का रंग वैसे ही रहता है. इसका मतलब पनीर असली है.
हालांकि, एक्सपर्ट्स के मुताबिक आयोडीन परीक्षण से स्टार्च की मौजूदगी का पता तो चल सकता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि यह पुष्टि करे कि पनीर नकली है.
कुछ डेयरी कंपनियां पनीर की बनावट सुधारने या वजन बढ़ाने के लिए स्टार्च मिला सकते हैं.
अगर विक्रेता तलने से पहले पनीर को बैटर में लपेटता है, तो बाहरी परत से बचा हुआ स्टार्च परीक्षण के नतीजों को प्रभावित कर सकता है.
हालांकि, आयोडीन परीक्षण में पनीर के रंग बदलने के चलते इसमें मिलावट की आशंका बढ़ जरूर जाती है.