30 Nov 2025
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चिकन और मछली दोनों ही नॉनवेज खाने वालों के लिए प्रोटीन का बेस्ट सोर्स हैं.
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इसमें शरीर के लिए जरूरी सभी नौ अमीनो एसिड होते हैं जिसे हमारा शरीर खुद नहीं बना सकता.
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लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि इन दोनों में से किसमें कम फैट और ज्यादा प्रोटीन होता है.
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चिकन प्रोटीन का सबसे बेहतर सोर्स माना जाता है. कई रिसर्च में पाया गया है कि अगर आप भारी और प्रोसेस्ड मीट की जगह चिकन खाते हैं तो यह लंबे समय में वजन कंट्रोल और मेटाबॉलिक हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है.
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चिकन ब्रेस्ट चिकन का सबसे हल्का और बिना फैट वाला हिस्सा होता है. 85 ग्राम चिकन ब्रेस्ट में लगभग 26 ग्राम प्रोटीन होता है. इसमें कैलोरी और सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है इसलिए यह हेल्दी ऑप्शन माना जाता है.
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डार्क मीट यानी थाई और लेग पीस का पोषण थोड़ा अलग होता है. इनमें आयरन, सेलेनियम और जिंक जैसे जरूरी मिनरल ज्यादा होते हैं.
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मछली में प्रोटीन के अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड भी भरपूर होते हैं. ये फैट दिल, दिमाग, मूड और शरीर की सूजन कम करने में मदद करते हैं.
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ओमेगा-3 के अच्छे सोर्स सैल्मन, सार्डिन, ट्यूना, मैकेरल और ऐन्कोवीज जैसी मछलियां मानी जाती हैं. 85 ग्राम वाइल्ड सैल्मन में लगभग 23 ग्राम प्रोटीन और 1.5 ग्राम ओमेगा-3 मिल जाता है जो किसी और खाने में मिलना मुश्किल है.
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दोनों के अपने-अपने फायदे हैं. चिकन आसानी से मिलने वाला लीन प्रोटीन, जिसमें आयरन और जिंक भी मिलते हैं. वहीं, मछली में ओमेगा-3 और ऐसे मिनरल होते हें जो चिकन में नहीं मिलते. ऐसे में बेहतर होगा कि आप दोनों को ही अपनी डाइट में शामिल करें.
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