13 March 2025
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्ल अब तक स्पेस में 600 से ज्यादा दिन बिता चुकी हैं. यह उनका तीसरा स्पेस मिशन है.
दिसंबर 2006-जून 2007 में 195 दिन और जुलाई 2012-नवंबर 2012 में 127 दिन बिताने के बाद अपने तीसरे मिशन वे 9 महीने से ज्यादा रह चुकी हैं.
सुनीत विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी विल्मोर 6 जून से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर हैं. यह आठ दिन का मिशन था जो लगातार बढ़ता जा रहा है.
अब कई लोगों के मन में यह सवाल भी होगा कि एस्ट्रोनॉट्स कितना खाना-पीना लेकर स्पेस में जाते हैं. आइए जानते हैं.
स्पेस में एस्ट्रोनॉट्स का पेट से ज्यादा उनके शरीर में ऊर्जा और सेहत को बनाए रखने को ध्यान रखकर स्पेस में भोजन भेजा जाता है.
NASA के अनुसार, एक अंतरिक्ष यात्री के लिए प्रतिदिन लगभग 3.8 पाउंड (1.7 किलोग्राम) भोजन भेजा जाता है, जिसमें नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना और स्नैक्स शामिल होते हैं.
6 महीने के मिशन के लिए एक अंतरिक्ष यात्री के लिए लगभग 1,400–1,500 पाउंड (635–680 किलोग्राम) भोजन भेजा जाता है.
एस्ट्रोनॉट्स के लिए बनाया गया खाना जीरो-ग्रैविटी को ध्यान में रखकर पकाया जाता है. किसी भी देरी या आपात स्थिति के लिए अतिरिक्त भोजन भी स्पेस स्टेशन पर स्टोर किया जाता है.
हर कुछ महीनों में स्पेसएक्स ड्रैगन, नॉर्थरोप ग्रुम्मन सिग्नस और रूसी प्रोग्रेस स्पेसक्राफ्ट जैसे मिशनों के जरिए नया भोजन भेजा जाता है.
अमेरिकी, रूसी, चीनी और जापानी अंतरिक्ष एजेंसियां एस्ट्रोनॉट्स के भोजन की व्यवस्था में मदद करती आईं हैं.
भोजन को फ्रीज-ड्राई (सूखा), थर्मोस्टैबल (डिब्बाबंद) और वेक्यूम-पैक किया जाता है ताकि वह लंबे समय तक सुरक्षित रहे.
पीने वाले सभी प्रकार के पदार्थों को पाउडर-मिक्स फॉर्म में रखा जाता है. स्पेस स्टेशन पर सिर्फ गर्म पानी मिलाकर पीना होता है.