कोई मजदूर तो कोई आर्मी अफसर... भारत में रहकर कैसे PAK के लिए काम करते हैं जासूस

19 May 2025

ज्योति मल्होत्रा के अलावा भारत में पाकिस्तान की जासूसी कर रहे 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जो पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश के संपर्क में आए और फिर जासूसी के नापाक मिशन में जुट गए.

कौन जासूस होता इसका आसानी से पता लगाना मुश्किल है. ये लोग भारत में रहकर किसी भी पेशे में हो सकते हैं और जासूसी कर रहे हैं.

आइए आपको बताते हैं पाकिस्तानी जासूस अपनी पहचान छुपाकर आखिर किस तरह यहां रहते हैं.

फरवरी 2024 में भारत ने पाकिस्तान की जासूसी करने के लिए जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया, वो कैंट इलाके में मजदूर के तौर पर काम कर रहा था. यह शख्स मजदूर बनकर हर गतिविधि पर नजर रखता था.

1 फरवरी 2016 को जिन चार लोगों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, वो चारों पोस्टल डिपार्टमेंट में काम करते हुए सारी खबरें पाकिस्तान पहुंचाते थे.

28 दिसंबर 2015 को जिस जासूस को गिरफ्तार किया गया था, वो एयरफोर्स में एयरमैन के तौर पर काम कर रहा था लेकिन असल में पाकिस्तान का जासूस था.

27 दिसंबर 2015 को जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया था, वो एक्स आर्मी मैन था. आर्मी के बीच रहकर वह सारी जानकारी पाकिस्तान पहुंचाता था.

6 दिसंबर 2015 को जिसे पकड़ा गया वो भारतीय सेना में राइफलमैन के तौर पर काम कर रहा था. 4 दिसंबर 2015 को जिसे गिरफ्तार किया वो शख्स रिटायर्ड आर्मी हवलदार के तौर पर काम करते हुए जासूसी करता था.

29 नवंबर 2015 को जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया, वो कॉन्ट्रेक्ट लेबर के तौर पर काम कर रहा था.  फरवरी 2024 में जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया, वो कैंट इलाके में मजदूर के तौर पर काम कर रहा था.

साल 2024 में राजस्थान से पकड़ा गया जासूस बीकानेर जिले के सूरतगढ़ स्थित आर्मी केंट के बाहर एक वर्दी स्टोर चलाता था.

मई 2024 में पकड़ा गया ISI एजेंट गोवा नेवल शिपयार्ड बेस में पार्ट टाइम कर्मी के तौर पर काम कर रहा था.

2023 में गुजरात से जिस जासूस को पकड़ा गया वो कई साल पहले भारत आ गया था.

1999 से भारत में रह रहा था और यहां की नागरिकता भी हासिल कर ली थी और एक दुकानदार के तौर पर बिजनेस कर रहा था.