नौसेना का INS अर्णाला, दुश्मनों की सबमरीन को करेगा बर्बाद, जानिए ताकत

20 June 2025

18 जून 2025 को भारतीय नौसेना में स्वदेशी पनडुब्बी रोधी शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) आईएनएस अर्णाला को औपचारिक रूप से शामिल किया.

विशाखापत्तनम के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित इस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि रहे.

INS अर्णाला की कुल लंबाई 77 मीटर है. इसकी गति अधिकतम 46 किमी/घंटा है और 3,300 किमी की रेंज है. इसकी 80 फीसदी से अधिक सामग्री भारत निर्मित है.

आधुनिक सेंसर और हथियारों से लैस अर्णाला पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है.

इसमें BEL, L&T, महिंद्रा डिफेंस और MEIL जैसी कंपनियों के आधुनिक हथियार और सेंसर लगे हुए हैं. इस युद्धपोत का बख्तरबंद ढांचा समुद्री प्रतिकूल परिस्थितियों में भी टिकाऊ है.

इसमें लगा 213 मिमी एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर, जो पनडुब्बियों पर तीव्र फायरिंग करता है. 30 मिमी CRN-91 नेवल गन एक स्वचालित तोप है जो प्रति मिनट 550 राउंड फायर कर सकती है.

इस युद्धपोत पर 7 अधिकारियों समेत कुल 57 नौसैनिक तैनात रहेंगे. यह भारतीय नौसेना का अब तक का सबसे बड़ा वॉटर जेट प्रोपल्शन पावर्ड युद्धपोत है.