12 December 2025
BY: Aaj Tak Auto
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी गुरुवार को हाइड्रोजन से चलने वाली कार से संसद सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे. ब्लू कलर की टोयोटा मिराई कार ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा.
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दरअसल, टॉयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (NISE) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
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यह साझेदारी भारत के नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को सपोर्ट करने के लिए की गई है. समझौते के तहत टोयोटा ने Mirai हाइड्रोजन कार NISE को सौंपी है.
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ये एक हाइड्रोजन फ्यूल-सेल इलेक्ट्रिक कार है, जिसका इस्तेमाल भारतीय परिस्थितियों में वास्तविक परीक्षण के लिए किया जाएगा.
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टोयोटा ने अपने बयान में कहा कि, NISE की टीम विभिन्न परिस्थितियों में मिराई के परफॉर्मेंस का अध्ययन करेगी.
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इसमें फ्यूल एफिशियंसी, ड्राइविंग रेंज, रिफ्यूलिंग पैटर्न, अलग-अलग तरह की सड़कों पर ड्राइवेबिलिटी, गर्म और ठंडे मौसम में परफॉर्मेंस जैसे पहलू शामिल होंगे.
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इन टेस्टिंग से यह समझने में मदद मिलेगी कि भारत में हाइड्रोजन मोबिलिटी कितनी कारगर साबित हो सकती है.
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MoU एक्सचेंज कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह साझेदारी भारत के क्लीन एनर्जी गोल्स की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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कंपनी का कहना है कि, Toyota Mirai एक हाइड्रोजन फ्यूल-सेल कार है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की रासायनिक प्रक्रिया से खुद बिजली बनाती है.
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इस प्रक्रिया में सिर्फ पानी की भाप निकलती है. यह कार लगभग 650 किलोमीटर की रेंज देती है और इसे 5 मिनट से भी कम समय में रिफ्यूल किया जा सकता है.
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इस कार में लगभग 5.6 किलोग्राम हाइड्रोजन क्षमता वाले हाई-प्रेशर वाले टैंक दिया गया है.
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कार में लिथियम-आयन बैटरी, मल्टी-लिंक सस्पेंशन और एडवांस एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम जैसी सुविधाएँ भी हैं.
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