15 June 2025
BY: Aaj Tak Auto
देश की प्रमुख एसयूवी वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा अपने मौजूदा मॉडल पोर्टफोलियो में हाइब्रिड पावरट्रेन जोड़ने की योजना बना रही है.
दिलचस्प बात यह है कि कंपनी अपने ICE और इलेक्ट्रिक व्हीकल दोनों के हाइब्रिडाइजेशन पर विचार कर रही है.
ऑटोकार की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी हाइब्रिड कारों की बढ़ती डिमांड और EV की धीमी रफ्तार के चलते कंपनी अपने मौजूदा पोर्टफोलियो को हाइब्रिड पावरट्रेन से लैस करना चाहती है.
बता दें कि, बीते मई में कंपनी ने कुल 2,604 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की है. जिसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी केवल बॉर्न इलेक्ट्रिक (BE 6 और XEV 9e) की रही है.
हालांकि उंची कीमत के बावजूद ये ये सेल्स नंबर ठीक तो है लेकिन उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं. कंपनी का टार्गेट हर महीने 5,000 यूनिट सेल्स का है.
रिपोर्ट की मानें तो कंपनी अपने मौजूदा पेट्रोल वाहन को रेगुलर सीरीज-हाइब्रिड सेटअप देने पर विचार कर रही है. वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों को रेंज एक्सटेंडर हाइब्रिड पावरट्रेन दिया जा सकता है.
इस सेटअप में 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन को एक जेनरेटर की तरह इस्तेमाल किया जाएगा जो कार की बैटरी को चार्ज करेगा और बैटरी कार में लगे इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देगी.
ग्लोबल मार्केट में भी रेंज एक्सटेंडर पावरट्रेन का बोलबाला देखने को मिल रहा है. चीनी बाजार में कई कंपनियों ने हाइब्रिड पावरट्रेन और रेंज एक्सटेंडर मॉडलों को पेश किया है.
ख़बर तो ये भी है कि कंपनी अपने मौजूदा XUV 3XO के हाइब्रिड वर्जन पर भी काम कर रही है. जिसमें सीरीज-पैरलल हाइब्रिड सिस्टम का इस्तेमाल किया जा सकता है.
जहां एक तरफ इंडियन मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहनों का शोर मचा हुआ है वहीं हाइब्रिड पावरट्रेन वाली कारें साइलेंटली बेहतर ग्रोथ करती नज़र आ रही हैं.
पिछले साल देश भर में कुल 85,000 हाइब्रिड कारों की बिक्री हुई थी. जो कुल पैसेंजर व्हीकल सेग्मेंट की बिक्री का तकरीबन 2.1 प्रतिशत हिस्सा रहा है.
वहीं इस दौरान देश में कुल 90,000 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई है जो पैसेंजर सेग्मेंट की कारों की कुल बिक्री का 2.4 प्रतिशत हिस्सा रहा है.
हाइब्रिड सेग्मेंट में देश भर में सबसे ज्यादा मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा और टोयोटा अर्बन क्रूज़र हाइराइडर की बिक्री हुई है.
इस साल अप्रैल में देश भर में कुल 8,754 कारों की बिक्री हुई है. जिसमें 99% कारें मारुति ग्रैंड विटारा और टोयोटा हाइराइडर थीं.
हाइब्रिड कारों की डिमांड के पीछे बहुत से कारण हैं, जिनसें से सरकार द्वारा हाइब्रिड कारों के रजिस्ट्रेशन पर मिलने वाली 100% छूट सबसे प्रमुख है.
उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड जैसे राज्यों में हाइब्रिड कारों की खरीदारी पर राज्य सरकारें वाहन के रजिस्ट्रेशन (RTO) पर पूरे सौ फीसदी की छूट दे रही हैं.
किसी भी वाहन के खरीदारी में आरटीओ का खर्च काफी ज्यादा होता है. जो कि आमतौर पर वाहन की कीमत का तकरीबन 10% होता है.
इसे ऐसे समझें कि, यदि कार की कीमत 15 लाख रुपये है तो ग्राहक को लगभग 1.5 लाख रुपये केवल रजिस्ट्रेशन में खर्च करने होते हैं. लेकिन इन राज्यों में खरीदारी पर ये पैसे बच जाते हैं.
दूसरी ओर हरियाणा और राजस्थान में हाइब्रिड कारों के रजिस्ट्रेशन पर 25% की छूट मिलती है. वहीं चंडीगढ़ में ग्राहक 50% तक के छूट का लाभ उठा सकते हैं.