8 December 2025
BY: Ashwin Satyadev
कभी साइंस फिक्शन फिल्मों में दिखने वाली उड़ने वाली कारें अब हकीकत की ज़मीन पर उतरती दिख रही हैं.
Video: pivotal.aero
शहरी भीड़ से निजात दिलाने के लिए बनाए जा रहे eVTOL यानी इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग एयरक्राफ्ट तेजी से चर्चा में हैं.
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इसी रेस में अमेरिका की एविएशन स्टार्टअप पिवोटल ने सिंगल सीट वाला बेहद हल्का और फ्यूचरिस्टिक हवा में उड़ने वाला वाहन पेश किया है.
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इस फ्लाइंग कार को उड़ाने के लिए पायलट लाइसेंस की जरूरत नहीं है. इसकी कीमत करीब 1.6 करोड़ रुपये है. इसकी बुकिंग भी शुरू हो चुकी है.
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यह उड़ने वाली कार इतनी हल्की है कि कई प्रीमियम मोटरसाइकिलों से भी कम वजन रखती है. बिना सेफ्टी इक्विपमेंट के इसका वजन महज 115 किलोग्राम है.
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कम वजन के वजह से यह अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के अल्ट्रा-लाइट कैटेगरी में आती है. इसी नियम के चलते कंपनी तेज़ी से डिज़ाइन, टेस्टिंग और डेवलपमेंट कर रही है.
Photo: X/@pivotalaero1
पारंपरिक विमानों को उड़ान भरने के लिए रनवे चाहिए होता है, जबकि eVTOL हेलीकॉप्टर की तरह सीधा अपनी जगह से ही ऊपर उठता है.
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पिवोटल के इस विमान में 8 इलेक्ट्रिक प्रोपेलर लगाए गए हैं. कंपनी का दावा है कि अगर इनमें से एक प्रोपेलर भी फेल हो जाए, तब भी विमान सुरक्षित उड़ान भर सकता है.
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इसे उड़ाने के लिए साधारण कॉकपिट दिया गया है. पायलट एक सिंगल जॉयस्टिक और थंब कंट्रोल के जरिए इसे ऑपरेट कर सकता है.
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टेकऑफ और लैंडिंग की जिम्मेदारी पिवोटल के सॉफ्टवेयर खुद संभालते है. इसमें लगे सेंसर हवा की रफ्तार, दबाव और लोकेशन पर नजर रखते हैं.
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कंपनी के मुताबिक, इसे खरीदने वाले हर व्यक्ति को उड़ान से पहले दो हफ्ते के ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेना होगा, जिसमें सिम्युलेटर सेशन भी शामिल हैं.
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इसमें लाइटिंग सिस्टम नहीं है, कम्युनिकेशन रेडियो नहीं है और वो अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम भी नहीं हैं, जो आमतौर पर सर्टिफाइड विमानों में मिलते हैं.
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इसका नतीजा यह है कि उड़ान का समय करीब 20 मिनट या लगभग 32 किलोमीटर तक ही सीमित होकर रह गया है.
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इस तरह के विमानों को भीड़भाड़ वाले इलाकों के ऊपर उड़ाने की इजाजत नहीं होती. यानी शहरों और कस्बों के ऊपर इसकी उड़ान लगभग प्रतिबंधित है.
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लेकिन करीब 1.6 करोड़ रुपये की कीमत पर यह एक पर्सनल फ्लाइंग मशीन के रूप में एविएशन की नई सोच को जरूर दिखाती है.
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