10 September 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
सब्जी की खेती में अच्छी पैदावार और रोगमुक्त फसल के लिए सितंबर के अंत से अक्टूबर की शुरुआत तक खेत तैयार कर लें.
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इसके लिए मौसम साफ होते ही खेतों की जुताई कर लें, मिट्टी को समतल करें और मृदा उपचार कर लें.
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साथ ही, नर्सरी में पौधे तैयार करना शुरू कर सकते हैं, ताकि तैयार बेड में समय पर सब्जियों की रोपाई हो सके.
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अच्छी पैदावार और रोगमुक्त फसल के लिए ट्राइकोडर्मा का सही उपयोग आवश्यक है.
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आइए जानते हैं किसान इसका इस्तेमाल कैसे करें ताकि फसल और मिट्टी दोनों को पोषण मिल सके.
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इसके लिए बीज बोते समय 1 किलो बीज में 5 ग्राम ट्राइकोडर्मा मिलाकर उपयोग करें. यह बीज को रोगों से बचाता है.
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1 किलो गोबर की खाद में 5 ग्राम ट्राइकोडर्मा मिलाकर 10-12 दिन तक रख दें, इससे बाद इसे खेत की मिट्टी में मिला दें.
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पौध रोपने से पहले 1 लीटर पानी में 5 से 10 ग्राम ट्राइकोडर्मा मिलाकर घोल बना लें पौधों की जड़ों को इस घोल में 15-20 मिनट तक डुबोकर छायादार जगह पर रखें, फिर रोपाई करें.
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ट्राइकोडर्मा की एक कैप्सूल की कीमत ₹20 होती है. किसान अपने स्तर पर भी ट्राइकोडर्मा का उत्पादन कर सकते हैं.
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