19 Dec 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
सही मौसम, हल्की मिट्टी, नियमित पानी और थोड़ी सी देखभाल से घर पर ही ताज़ा और ऑर्गेनिक प्याज़ की फसल तैयार की जा सकती है.
Photo: Pixabay
गमले, बालकनी या छोटे बगीचे में उगाया गया प्याज़ न सिर्फ स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है.
Photo: Pixabay
प्याज़ उगाने के लिए ठंडा और सूखा मौसम सबसे अच्छा माना जाता है.आमतौर पर रबी सीज़न में, अक्टूबर से दिसंबर के बीच बोना सबसे बेहतर रहता है.
Photo: Pixabay
हल्की, ढीली और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी का इस्तेमाल करें.मिट्टी का pH 6.0–7.0 होना चाहिए और इसमें कम्पोस्ट या गोबर जैसे कार्बनिक पदार्थ मिलाकर उसे पोषक बनाएं.
Photo: Pixabay
बीज या छोटे प्याज़ (सेट्स) को पर्याप्त दूरी पर लगाएं.
Photo: Pixabay
ज़्यादा पानी देने से बचें. नमी बनाए रखने के लिए मल्च (सूखे पत्ते/भूसा) की परत डालना फायदेमंद है.
Photo: Pixabay
हर 3–4 हफ्ते में कम्पोस्ट या ऑर्गेनिक खाद डालें. लिक्विड ऑर्गेनिक फर्टिलाइज़र, नीम केक और कम्पोस्ट जैसी चीज़ें डाल सकते हैं.
Photo: Pixabay
पत्तियां पीली होकर झुकने लगें, तो प्याज़ कटाई के लिए तैयार होता है. लगभग 3–6 महीनों के बाद प्याज़ की कटाई करनी होती है.
Credit: Credit name