30 Oct 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
अगर आपका फ्लैट छोटा है या बालकनी में थोड़ी जगह है, तो वहां भी आप ताज़ी हरी बीन्स उगा सकते हैं. बीन्स का पौधा ज्यादा जगह नहीं लेता और इसकी देखभाल भी आसान है.
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10–12 इंच गहरा गमला या ग्रो बैग चुनें. अगर आप रनर बीन्स उगा रही हैं, तो बेल को चढ़ने के लिए स्टिक या ट्रेलिस लगाना न भूलें.
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मिट्टी को 60% गार्डन सॉइल, 30% गोबर खाद या वर्मी-कम्पोस्ट और 10% रेत मिलाकर तैयार करें. यह मिश्रण बीन्स की जड़ों को मजबूत बनाता है और जल निकासी में मदद करता है.
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बीन्स के बीजों को 10–12 घंटे पानी में भिगो दें ताकि अंकुरण तेजी से हो. फिर हर गमले में 2–3 बीज लगभग 2 सेमी गहराई में डालें. हल्के हाथों से मिट्टी ढक दें और पानी छिड़कें.
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पौधे को रोज़ 4–6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए.गर्मियों में हर दो दिन में हल्का पानी दें, सर्दियों में तीन दिन में एक बार पर्याप्त है. ध्यान रहे कि मिट्टी में पानी भरा न रहे वरना जड़ सड़ सकती है.
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हर 15 दिन में एक बार जैविक खाद डालें. कीटों से बचाव के लिए नीम तेल का स्प्रे करें. बेल बढ़ने लगे तो उसे सहारा दें ताकि फलने-फूलने में आसानी हो.
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लगभग 50–60 दिन बाद बीन्स के हरे, कोमल फली तैयार हो जाते हैं. सुबह के समय कटाई करना सबसे अच्छा रहता है, जब उनमें नमी बनी रहती है.
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