01 Dec 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
अगर आपके पास बगीचा नहीं है, तो आप पॉट या कंटेनर में भी आलू उगा सकते हैं, जो बेहद आसान है.
Photo: Pixabay
उत्तर भारत में अक्टूबर–नवंबर में लगाएं, ताकि सर्दियों में फसल तैयार हो जाए. वहीं, दक्षिण भारत में जनवरी–फरवरी का मौसम सही है.
Photo: Pixabay
बड़ा कंटेनर लें, जो कम से कम 2–3 फीट गहरा हो. मिट्टी ढीली, पोर्टेबल और कंपोस्ट वाली हो.कंटेनर का नीचे छेद होना जरूरी है, ताकि पानी निकले.
Photo: Pixabay
सीड आलू चुनें या बड़े आलू के टुकड़े करें, हर टुकड़े में 1–2 आंखें हों. कटाई के बाद 1–2 दिन हवा में सुखा लें.
Photo: Pixabay
कंटेनर में मिट्टी डालें, ऊपर 2–3 इंच जगह छोड़ें. आलू के टुकड़े 10–12 इंच की दूरी पर लगाएं, आंखें ऊपर रखें. ऊपर 3–4 इंच मिट्टी से ढक दें.
Photo: Pixabay
रोजाना 6–8 घंटे धूप दें, मिट्टी नम रहे, लेकिन ज्यादा गीली न हो. जब पौधे 6–8 इंच बढ़ जाए तो धीरे-धीरे मिट्टी डालें.
Photo: Pixabay
जब पौधे फूल दें या पत्तियां पीली हो जाएं तो आलू निकाल लें. हल्की धूप में इसे सुखाएं और फिर ठंडी, अंधेरी जगह पर स्टोर करें.
Photo: Pixabay
आलू बोने के लगभग 70 से 120 दिनों में पक जाते हैं. यह सीमा किस्म के आधार पर अलग-अलग हो सकती है. कुछ जल्दी पकने वाली किस्में 60 दिनों में ही आलू पैदा कर सकती हैं, जबकि कुछ में 140 दिन या उससे भी ज़्यादा लग सकते हैं.
Credit: Credit name