09 Dec 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
अगर आप चाहते हैं कि आपका अमरूद का पेड़ जल्दी बढ़े और जल्दी फल दे तो कुछ प्रोफेशनल तरीके हैं, जिनके जरिए आप इसे संभव बना सकते हैं.
Photo: Pixabay
अमरूद के पत्ते और जड़ें तभी तेजी से बढ़ती हैं जब मिट्टी हल्की, हवादार और पोषक तत्वों से भरपूर हो. इसके लिए 40% बगीचे की मिट्टी, 30% गोबर या काइमपोस्ट, 20% रेत या परलाइट, और 10% कोकोपीट लें.
Photo: Pixabay
इसके साथ में अगर आप थोडा सा नीम‑केक, हड्डी का खाद (bone meal) और वर्मीकम्पोस्ट मिला दें, तो गहरी जड़ें फैलाने में मदद मिलेगी और ग्रोथ तेज होगी.
Photo: Pixabay
अमरूद के पौधे को प्रतिदिन लगभग 8–10 घंटे सीधा सूरज मिलना चाहिए. पर्याप्त धूप मिलने पर पत्तियां, शाखाएं और फूल जल्दी बनते हैं, फल मीठे और बेहतर आकार के होते हैं. अगर पौधा छायादार जगह पर हो तो विकास धीमा होगा और फल कम होंगे.
Photo: Pixabay
अमरूद को जरूरत से ज़्यादा पानी पसंद नहीं है. पौधे की मिट्टी गीली नहीं बल्कि हल्की नम रहनी चाहिए. आमतौर पर, हफ्ते 1–2 बार गहरा पानी देना पर्याप्त है और पानी देने से पहले मिट्टी के ऊपरी 2–3 इंच सूखने दें. इस तरह जड़ों को ऑक्सीजन मिलेगी और वे स्वस्थ रहेंगी.
Photo: Pixabay
पौधे की अनावश्यक, कमजोर या सूखी शाखाओं को निकालना चाहिए.इससे पौधा नई शाखाएं लगाता है, घना हो जाता है और फूल आने की गति बढ़ जाती है. अच्छे प्रूनिंग से जल्दी फूल और फल मिलते हैं.
Photo: Pixabay
पौधे को विभिन्न प्रकार की जैविक खाद और प्राकृतिक उर्वरकों से समय‑समय पर देना चाहिए. जैसे गोबर कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, केले का छिलका खाद, लकड़ी की राख या हड्डी का खाद. ये पौधे की मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं, जड़ों को मज़बूत बनाते हैं और फल जल्दी और अच्छी गुणवत्ता वाले मिलते हैं.
Photo: Pixabay
पौधे के आसपास सूखे पत्ते, भूसा, नारियल के खोल, लकड़ी के चिप्स आदि की मल्च की जाए, जिससे मिट्टी की नमी बनी रहे, जड़ों को गर्मी और खरपतवार से सुरक्षा मिले, और पौधा स्वस्थ रहे.
Photo: Pixabay
कीड़ों और झींगुरों से बचाव के लिए नीम तेल और साबुन मिलाकर छिड़काव किया जा सकता है. इससे पौधे को नुकसान नहीं होगा और विकास संरक्षित रहेगा.
Photo: Pixabay