उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में आयोजित ‘एकता यात्रा’ (Unity March) और सामूहिक ‘वंदे मातरम’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि वंदे मातरम का विरोध करने वाले भारत की एकता और अखंडता का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग वही मानसिकता रखते हैं जिन्होंने देश के बंटवारे का बीज बोया था.
वंदे मातरम के विरोध पर भड़के सीएम योगी
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज भी हम उम्मीद करते हैं कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति देश के प्रति निष्ठावान रहेगा और इसकी एकता को मजबूत करेगा.' उन्होंने समाजवादी पार्टी के एक सांसद का नाम लिए बिना कहा कि जब वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही थी, तब भी विरोध के स्वर उठे थे.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'ये वही लोग हैं जो सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर कार्यक्रमों में नहीं जाते, लेकिन मोहम्मद अली जिन्ना जैसे लोगों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होते हैं.' उन्होंने कहा कि अगर देश अपने राष्ट्रीय नायकों को सम्मान नहीं देगा तो यह किस दिशा में जाएगा?
समाज को बांटने की साजिश: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में जब भी वंदे मातरम के विरोध की आवाज उठती है, तब अलगाववाद और आतंकवाद को बल मिलता है, उन्होंने कहा कि देश को तोड़ने वाली ताकतें आज भी सक्रिय हैं, और समाज को जाति, क्षेत्र या भाषा के आधार पर बांटने की साजिशें चल रही हैं.
नया जिन्ना पैदा न हो सके: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने लोगों से आह्वान किया कि वो इन विभाजनकारी तत्वों की पहचान करें और सुनिश्चित करें कि भारत में कोई नया जिन्ना पैदा न हो सके. उन्होंने कहा, 'अगर कोई देश की एकता को चुनौती देता है, तो हमें ऐसी सोच को जड़ से खत्म कर देना चाहिए.' मुख्यमंत्री ने बताया कि वंदे मातरम के विरोध की शुरुआत 1923 में मोहम्मद अली जिन्ना द्वारा कांग्रेस सत्र के दौरान की गई थी.