गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गृह मंत्री शाह सेंट्रल जोन के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. सेंट्रल जोन में चार राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आते हैं. वाराणसी में पहली बार आयोजित हो रही इस बैठक में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी धर्म की नगरी में पहुंच चुके हैं.
सेंट्रल जोन की मीटिंग को लेकर जो एजेंडा सामने आया है, उसके मुताबिक दो या दो से अधिक राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा होगी. आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए सलाहकार की भूमिका निभाने वाली इस काउंसिल की बैठक में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की जांच में तेजी के साथ ही फास्ट ट्रैक कोर्ट, हर गांव में ईंट और मोर्टार बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने पर भी चर्चा होनी है.
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इमरजेंसी की स्थिति में त्वरित सहायता के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, शहरी नियोजन और सहकारी प्रणाली को मजबूत करने पर भी इस बैठक में चर्चा होनी है. देश को कुल पांच जोन में बांटकर हर जोन की एक काउंसिल बनाई गई है, जिसका प्रावधान राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 की धारा 15 से 22 तक है. सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपने-अपने जोन की काउंसिल का सदस्य है. देश के गृह मंत्री की अध्यक्षता वाली इन काउंसिल में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री या प्रशासक सदस्य होते हैं.
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हर जोन की काउंसिल में हर साल उपाध्यक्ष बदलते हैं और बारी-बारी से राज्यों के मुख्यमंत्री काउंसिल के उपाध्यक्ष बनते हैं. हर काउंसिल में मुख्य सचिव स्तर की एक स्थायी समिति भी है. गौरतलब है कि इस बैठक की अध्यक्षता करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह एक दिन पहले ही वाराणसी पहुंच चुके हैं. वाराणसी पहुंचते ही अमित शाह काल ने भैरव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की.