लखनऊ जेल के अंदर दूसरे कैदी को फंसाने के लिए एक शातिर चाल चली गई. 3700 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के आरोपी अनुभव मित्तल ने एक पुलिस सिपाही के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश को सनसनीखेज धमकी भरा ईमेल भेजा. अब अनुभव मित्तल और सिपाही अजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
जेल के अंदर रची गई साजिश
दरअसल, ट्रेडिंग के नाम पर कई राज्यों के लाखों लोगों से 3700 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल ने जेल में अपने साथी कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि को फंसाने की साजिश रची. आनंदेश्वर अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में दिसंबर 2023 से जेल में बंद है. मनमुटाव के चलते, अनुभव ने आनंदेश्वर पर झूठा आरोप लगाया कि वह जमानत अर्जी खारिज करने वाले लखनऊ बेंच के एक जज की हत्या की साजिश रच रहा है और मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है.
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सिपाही के फोन का हुआ इस्तेमाल
अनुभव मित्तल ने महेंद्र कुमार के फर्जी नाम से न्यायाधीश को ईमेल भेजा. इसकी जांच में पता चला कि यह ईमेल पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अजय कुमार के मोबाइल फोन से भेजा गया था. पूछताछ में सिपाही ने बताया कि 4 नवंबर को वह अनुभव को पेशी पर लेकर गया था. वहीं अनुभव ने केस का स्टेटस जानने के बहाने उसका फोन मांगा और नई ईमेल आईडी बनाकर टाइमर सेट कर दिया. इससे ईमेल अगले दिन सुबह अपने आप चला गया.
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FIR दर्ज और आंतरिक जांच शुरू
हाइकोर्ट प्रशासन को जब इस ईमेल की सूचना मिली, तो पुलिस कमिश्नर ने लखनऊ साइबर सेल और क्राइम ब्रांच से मामले की जांच करवाई. अनुभव मित्तल की यह हरकत सामने आने के बाद जेल चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार ने गोसाईंगंज थाने में अनुभव मित्तल और सिपाही अजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी है.
वहीं, जेल प्रशासन ने भी मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है. अनुभव मित्तल फरवरी 2017 से जेल में बंद है. उसकी इस हाइटेक साजिश ने सभी को हैरत में डाल दिया. फिलहाल, मामला सुर्खियों में आ गया है.