उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में रामलीला के दौरान एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. रामहित परिक्रमा कर रहे 'राम' और 'लक्ष्मण' का किरदार निभा रहे कलाकारों पर कुछ युवकों ने लाठी-डंडों और रॉड से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले का वीडियो भी वायरल हो गया है. हमलावर वही युवक थे, जिन्हें दो दिन पहले छेड़खानी के विरोध पर रामलीला आयोजकों ने भगा दिया था.
खुन्नस में किया हमला, टूटी राम-लक्ष्मण की मूर्ति
आपको बता दें कि देवरिया के एकौना गांव में मंगलवार शाम रामलीला चल रही थी, तभी कुछ युवक लड़कियों का वीडियो बनाकर कमेंट कर रहे थे. आयोजकों ने विरोध कर उन्हें भगा दिया था और बुधवार को थाने में शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.
इसी खुन्नस में गुरुवार को जब राजतिलक के लिए 'राम' और 'लक्ष्मण' गांव भ्रमण पर थे, तो करीब 20-25 युवकों ने उन पर लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया. इस हमले में कलाकारों को चोटें आईं, राम-लक्ष्मण की मूर्ति और उनके मुकुट-हार भी चोरी हो गए.
पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा, SP ने की कार्रवाई
हमले की सूचना पर पहुंची डायल 112 और एकौना थाने की फ़ोर्स को ग्रामीणों के तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने पुलिस की लापरवाही को लेकर जमकर नारेबाजी की, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. मामला बिगड़ता देख एडिशनल एसपी आनंद कुमार पांडेय और एसपी संजीव सुमन मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ. एसपी ने तत्काल एक्शन लेते हुए थानाध्यक्ष उमेश कुमार वाजपेयी और चौकी इंचार्ज शिवचंद यादव को लाइन हाजिर कर दिया.
चार हमलावर हिरासत में, आगे की जांच जारी
इस पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक चार हमलावरों को हिरासत में ले लिया है. एडिशनल एसपी आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि दो पक्षों में विवाद और झड़प हुई थी, जिसके संबंध में मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व की घटना पर सही तरीके से कार्रवाई न करने के कारण ही थानेदार और चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई की गई है. वर्षों से हो रही इस रामलीला में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई थी.