उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले में अधिकारियों ने एक बच्चों के क्लिनिक और अस्पताल को सील कर दिया है. क्योंकि इसके संचालक को फ़र्ज़ी मेडिकल डिग्री के साथ मरीजों का इलाज करते हुए पाया गया था. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को एक न्यूज एजेंसी को दी.
अधिकारियों के मुताबिक अभोली इलाके में गोविंद प्रभा क्लिनिक और शिशु केंद्र चलाने वाले रमेश यादव के खिलाफ सोमवार देर रात एक प्राथमिकी दर्ज की गई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) संतोष कुमार चक ने कहा कि क्लिनिक के बारे में शिकायतों के बाद जांच के आदेश दिए गए थे.
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आरोपी के खिलाफ इन प्रावधानों में दर्ज की गई है FIR
डिप्टी सीएमओ आशीष दुबे द्वारा 25 अक्टूबर को की गई जांच में पता चला कि यादव के पास कोई वैध मेडिकल योग्यता नहीं थी. चक ने कहा, "स्वास्थ्य विभाग के पास अस्पताल का कोई पंजीकरण रिकॉर्ड नहीं मिला और उसने जो डिग्री पेश की वह फ़र्ज़ी पाई गई."
सीएमओ ने बताया कि जांच के बाद क्लिनिक को सील कर दिया गया और दुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक शुभंकर श्रीवास्तव को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया गया.
स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यादव के खिलाफ धोखाधड़ी और छद्मवेश से संबंधित धाराओं के साथ-साथ बिना अनुमति के चिकित्सा पद्धति से प्रैक्टिस करने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.