ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल है. हालांकि, दोनों देशों में सीजफायर का ऐलान हो चुका है लेकिन फिर भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. ऐसे में भारतीय सेना उसे मुंहतोड़ जवाब दे रही है. इन सबके बीच पूर्व एनएसजी कमांडो और रॉ एजेंट लकी बिष्ट ने पाकिस्तान को तगड़ा जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार रॉटविलर कुत्ते की तरह हैं, जो कटवाने के लिए नहीं, दिखाने के लिए रखे जाते हैं.
वाराणसी पहुंचे लकी बिष्ट ने 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि मैं पाकिस्तान की आवाम को एक बात कहना चाहूंगा कि जब तक पाकिस्तान में मिलिट्री राज होगा और जब तक आसिम मुनीर जैसा सेनाध्यक्ष और आसिम मलिक जैसा ISI प्रमुख होगा, आपके देश की तरक्की कभी नहीं हो सकती है.
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी एक्स जनरल बाजवा के पास 13 अरब की संपत्ति है. लेकिन असल में ये आंकड़ा और भी ज्यादा है. इस वॉर और आतंक का फायदा पाकिस्तान की जनता को नहीं हुआ है, बल्कि इसका पूरा फायदा सेना के जनरल और ISI चीफ को हुआ है. इसलिए पाक की जनता से कहना चाहूंगा कि जबतक आपके देश को मिलिट्री कंट्रोल कर रही है तब तक आप तरक्की नहीं कर सकते हो. पाकिस्तान में लोकतंत्र को लेकर आओ, फिर कुछ हो पाएगा.
लकी बिष्ट ने सीजफायर के फैसले पर कहा कि 104 किलोमीटर घुसकर हमने उनके आतंकी ट्रेनिंग कैंप को बर्बाद किया है. उनका एयर डिफेंस सिस्टम भी उड़ा दिया. ISI की बिल्डिंग को भी नहीं छोड़ा. 100 से ज्यादा आतंकी मार गिराए. हमारी लड़ाई पाक की जनता से नहीं, बल्कि आतंकवाद से है और आतंकवाद से हिंदुस्तान की हमेशा से लड़ाई रहेगी. जब कभी आतंकवाद उठेगा तो देश की सेना उसका जवाब देगी. हालांकि, युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.
लेकिन पाक की हरकतों के चलते हिंदुस्तान ने साफ कह दिया गया है कि अब कोई भी आतंकी हमला 'एक्ट ऑफ वॉर' माना जाएगा और उसका सख्ती से मुकाबला किया जाएगा. वहीं, पीएम मोदी के टॉक, टेरर और ट्रेड के एक साथ न चलने वाले बयान पर लकी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के स्पष्ट शब्द हैं और ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है. ये आपरेशन आतंकवाद को खत्म करने के लिए ही है.
जबकि, पाक के परमाणु हमले की ब्लैकमेलिंग के सवाल पर लकी बिष्ट ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार रॉटविलर कुत्ते की तरह हैं, जैसे लोग घरों में रॉटविलर पालते हैं, लोगों को दिखाने के लिए न कि कटवाने के लिए. उसी तरह पाकिस्तान का परमाणु हथियार दिखाने के लिए है, वे चलते नहीं हैं.