
यूपी के मुरादाबाद में बीती शाम पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया. मारे गए बदमाशों की पहचान आसिफ उर्फ टिड्डा और दीनू उर्फ इलियास के रूप में हुई है. दोनों पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे संगीन अपराधों के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे.
मुठभेड़ भोजपुर थाना क्षेत्र के गोट रेलवे स्टेशन के पास हुई, जहां पुलिस टीम ने दोनों को घेर लिया. जवाबी फायरिंग के दौरान दोनों बदमाशों को गोली लगी, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
मुठभेड़ के दौरान एसएसपी सतपाल अंतिल और मेरठ एसटीएफ के एएसपी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली धंस गई, जिससे दोनों अधिकारी बाल-बाल बचे. घटनास्थल से पुलिस ने कार, कार्बाइन 30 बोर, तीन पिस्टल 32 बोर और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
आसिफ उर्फ टिड्डा: 65 मुकदमों वाला हिस्ट्रीशीटर और 1 लाख का इनामी
मेरठ के रसीद नगर का रहने वाला आसिफ उर्फ टिड्डा, मूल रूप से ग्राम कलछीना, थाना भोजपुर (गाजियाबाद) का निवासी था. आठवीं तक पढ़ाई के बाद उसने कम उम्र में ही अपराध की राह पकड़ ली और अपना गिरोह बना लिया. उसके खिलाफ मेरठ, मुज़फ्फरनगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में 65 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. 2013 में थाना ब्रहमपुरी पुलिस ने उसे हिस्ट्रीशीटर 74-A घोषित किया था.

टिड्डा कई सनसनीखेज वारदातों में शामिल रहा
2020: मुज़फ्फरनगर में शादी से दो दिन पहले अब्दुल बहाव का अपहरण और हत्या.
2022: अलीगढ़ की प्रतिभा कॉलोनी में परिवार को बंधक बनाकर 10 लाख की डकैती.
2013: हरियाणा के पानीपत में 40 लाख की डकैती.
2014: हापुड़ के पिलखुवा में नकद, सोना-चांदी और रिवॉल्वर की लूट.
2025: मुरादाबाद के व्यापारी हाजी जफर से 1 करोड़ की रंगदारी मांगी थी.
उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह हरियाणा में हुई डकैती के बाद से फरार चल रहा था.
दीनू के बारे में जानिए
दीनू 50 हजार का इनामी था. साथ ही 25 मुकदमों में वांछित था. दीनू उर्फ इलियास, मेरठ के थाना सरूरपुर क्षेत्र के खिवाई गांव का रहने वाला था. वह हिस्ट्रीशीटर नंबर 298A/2009 था. दीनू पर रतनपुरी (मुज़फ्फरनगर) की 2020 की अपहरण-हत्या और डकैती की सनसनीखेज वारदात में भी कार्रवाई चल रही थी.